
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शनिवार सुबह दिल्ली प्रवास से लौटकर रायपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि शुक्रवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सिर्फ शिष्टाचार भेंट नहीं थी, बल्कि छत्तीसगढ़, खासकर बस्तर क्षेत्र के बदलते हालात, विकास योजनाओं की प्रगति और सुशासन को लेकर गंभीर चर्चा हुई।
बोधघाट परियोजना पर फोकस, सिंचाई और बिजली को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि बोधघाट सिंचाई परियोजना को लेकर भी प्रधानमंत्री से चर्चा हुई। यह परियोजना 4 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई और 125 मेगावाट बिजली उत्पादन में मददगार होगी। उन्होंने कहा कि बस्तर अब बदलाव की राह पर है — जहां पहले नक्सलवाद, बारूदी सुरंगें और बंदूकें थीं, वहां अब मोबाइल टावर खड़े हो रहे हैं, जो विकास और विश्वास के प्रतीक बन चुके हैं।
Read More : बिलासपुर में बढ़ते कोरोना से प्रशासन बेखबर! एक हफ्ते में 10 नए केस, हाईकोर्ट के जस्टिस भी संक्रमित
671 मोबाइल टावर चालू, 64 नए सुरक्षा कैंप स्थापित
राज्य में अब तक 671 मोबाइल टावर चालू किए जा चुके हैं, जिनमें से 365 टावर 4G नेटवर्क से लैस हैं। वहीं सरकार ने 64 फॉरवर्ड सुरक्षा कैंप भी बनाए हैं, जिनसे आसपास के गांवों में सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा और कनेक्टिविटी की सुविधा मिली है।
जल संरक्षण पर मिशन मोड में काम
साय ने बताया कि राज्य में बारिश के दिन घटकर 100 से 65 दिन रह गए हैं, इसलिए जल संरक्षण सरकार की प्राथमिकता बन गया है। इसके लिए GIS मैपिंग और जलदूत ऐप जैसे तकनीकी नवाचार अपनाए जा रहे हैं। खास बात यह है कि इस अभियान में महिला समूहों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है, जो जल स्रोतों की सफाई और पुनर्जीवन में लगे हैं।
देश की पहली 24×7 हाइब्रिड लाइब्रेरी का जिक्र
मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी को देश की पहली 24×7 हाइब्रिड पब्लिक लाइब्रेरी — नालंदा परिसर के बारे में भी जानकारी दी। 18 करोड़ की इस परियोजना में ई-लाइब्रेरी, यूथ टॉवर, हेल्थ ज़ोन और सौर ऊर्जा आधारित संरचना शामिल है। अब तक 11,000 से अधिक छात्र इससे लाभान्वित हुए हैं और 300 से ज्यादा छात्र UPSC/CGPSC जैसी परीक्षाओं में सफल हुए हैं।
‘प्रयास मॉडल’ से आदिवासी छात्रों को मिल रहा है नया अवसर
मुख्यमंत्री ने प्रयास मॉडल की सफलता को भी रेखांकित किया। इस मॉडल के तहत वंचित और आदिवासी बच्चों को IIT, NEET, CLAT जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं की मुफ्त तैयारी कराई जाती है। अब तक 1,508 छात्र राष्ट्रीय संस्थानों में प्रवेश पा चुके हैं।