जांजगीर जिले के अतिक्रमित नालों की होगी जांच, सदन में मंत्री उमेश पटेल ने की घोषणा, विधायक नारायण चंदेल के प्रश्न और अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के निर्देश पर मंत्री की घोषणा
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के पांचवें दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है. सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल से शुरू हुई. इस दौरान विधायक नारायण चंदेल ने कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से सवाल किया की – क्या कृषि मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कि :- (क) जांजगीर-चाम्या जिले में जिंदा नालों की संख्या कितनी है? इनमें से कितने नालों क उद्योगों व अन्य संस्थाओं के द्वारा निजी उपयोग हेतु पाटा गया है ? (ख) क्या जिंदा नाले को पाटने का प्रावधान है ? यदि नहीं तो जिन उद्योगों व अन्य संस्थाओं के द्वारा निजी उपयोग हेतु नाले को पाटा गया है उस पर क्या कार्यवाही की गई और की जा रही है? (ग) क्या उत्त नाले को पाटे जाने के संबंध में शासन द्वारा कोई जांच की कार्यवाही की गई है? यदि हां, तो कब की गई है व किसके द्वारा की गई है। यदि नहीं तो कब की जायगी किन म्तर के अधिकारियों के द्वारा जांच की जायेगी? (घ) छ.ग. सरकार केड्रीम प्राजेक्ट में से एक, ‘नरवा में नाल के अनिन्दा समाप्त करने व किमानों के सिंचाई के साधन को रोकने/ममाम करने हेतु कौन दोषी है ? दोषियों के विन्द अव कन्या कार्यवाही की गई है।की जा रही है ? कृपया नाले महित जानकारी देवें ।
वहीं कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे की ओर से जवाब देते हुए उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने कहा- (क) जांजगीर-चाम्पा जिले में जिंदा नालों की संख्या 69 है। इनमें से किसी भी नाली से उद्योगों व अन्य सम्थाओं के द्वारा निजी उपयोग हेतु नहीं पाया गया है। (य) निदा नानको पाटने का कोई गावधान नहीं है। प्राश क के उत्तर के संदर्भ में कार्यवाही का प्रथ नहीं है। (ग) प्रयांश के मंदर्भ में जानकारी निरंक है (घ) प्रयांश की जानकारी निरंक है.
इस दौरान विधानसभा में मंत्री उमेश पटेल ने घोषणा की है की जांजगीर जिले के अतिक्रमित नालों की जांच होगी। विधायक नारायण चंदेल के प्रश्न और अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के निर्देश पर मंत्री ने की घोषणा।