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पीएम मोदी बोले- 2022 तक आगरा में पूरा होगा मेट्रो प्रोजेक्ट, 8379.62 करोड़ रुपये होगी लगात

जब आप साहस और समर्पण के साथ आगे बढ़ते हैं, तो कोई भी बाधा आपकों रोक नही सकती। भारत का सामान्य युवा, भारत के छोटे शहर आज यही साहस और समर्पण दिखा रहे हैं। आधुनिक सुविधाएं और आधुनिका कनेक्टीविटी मिलने से पश्चिमी यूपी का ये सामर्थ्य और बढ़ रहा है। देश का पहला रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम मेरठ से दिल्ली के बीच बन रहा है। दिल्ली-मेरठ के बीच 14 लेन का एक्सप्रेस-वे भी जल्द ही इस क्षेत्र के लोगों को सेवा देने लगेगा।

भारत : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया है। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस परियोजना की अनुमानित लागत 8,379.62 करोड़ रुपये होगी और यह 5 सालों में पूरी होगी। आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आगरा के पास बहुत पुरातन पहचान तो हमेशा रही है। अब इसमें आधुनिकता का नया आयाम जुड़ रहा है। सैंकड़ों वर्षों का इतिहास संजोए ये शहर अब 21वीं सदी के साथ कदमताल मिलाने के लिए तैयार हो रहा है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि आगरा में स्मार्ट सुविधाएं विकसित करने के लिए पहले ही लगभग 1,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। पिछले साल जिस कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का शिलान्यास करने का मुझे मौका मिला था, वो भी अब बनकर तैयार है। वर्ष 2014 के बाद के छह वर्षों में देश में 450 किमी से ज्यादा मेट्रो लाइन देशभर में ऑपरेशनल हैं और लगभग 1000 किमी मेट्रो लाइन पर तेजी से काम चल रहा है।

भारत का सामान्य युवा, भारत के छोटे शहर आज यही साहस और समर्पण दिखा रहे हैं। आधुनिक सुविधाएं और आधुनिका कनेक्टीविटी मिलने से पश्चिमी यूपी का ये सामर्थ्य और बढ़ रहा है। देश का पहला रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम मेरठ से दिल्ली के बीच बन रहा है। दिल्ली-मेरठ के बीच 14 लेन का एक्सप्रेस-वे भी जल्द ही इस क्षेत्र के लोगों को सेवा देने लगेगा।

देश के इंफ्रा सेक्टर की एक बड़ी दिक्कत हमेशा से ये रही थी कि नए प्रोजेक्ट्स की घोषणा तो हो जाती थी लेकिन उसके लिए पैसा कहां से आएगा, इस पर बहुत ध्यान नहीं दिया जाता था। हमारी सरकार ने नई परियोजनाओं की शुरुआत करने के साथ ही, उसके लिए आवश्यक धनराशि के इंतजार पर ध्यान दिया है। नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन प्रोजेक्ट के तहत 100 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने की तैयारी है। Multi-modal Connectivity Infrastructure Master Plan पर भी काम किया जा रहा है। कोशिश है कि देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए पूरी दुनिया से निवेश आकर्षित किया जाए।

इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि यहां की भूमि और किसानों में अपार सामर्थ्य है। पशुधन के मामले में भी ये क्षेत्र देश मे अग्रणी है। ऐसे में यहां डेयरी और फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्योगों के लिए बहुत संभावनाएं हैं। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर-बेहतर कनेक्टिविटी का सबसे अधिक लाभ हमारे टूरिज्म सेक्टर को होता है। मेरा ये हमेशा से मत रहा है कि टूरिज्म एक ऐसा सेक्टर है, जिसमें हर किसी के लिए कमाई के साधन हैं। सरकार ने न सिर्फ e-Visa Scheme में शामिल देशों की संख्या में काफी वृद्धि की है, इसके साथ ही hotel room tariff पर टैक्स को भी काफी कम किया है।

स्वदेश दर्शन और प्रसाद जैसी योजनाओं के माध्यम से भी टूरिस्टों को आकर्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार के प्रयासों से भारत अब Travel और Tourism Competitiveness Index में 34वें नंबर पर आ गया है। 2013 में भारत इसी इंडेक्स में 65वीं रैंक पर था। अब एक संपूर्णता की सोच से रिफॉर्म्स किए जा रहे हैं। शहरों के विकास को ही लीजिए। शहरों के विकास के लिए हमने 4 स्तरों पर काम किया है। बीते समय से चली आ रही समस्याओं का समाधान हो, जीवन ज्यादा सुगम हो, ज्यादा से ज्यादा निवेश हो और आधुनिक टेक्नॉलॉजी का उपयोग अधिक हो।

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