जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीष सुराना का निर्वाचन शून्य घोषित, धोखाधड़ी से जिला पंचायत का चुनाव लड़ने का था आरोप
दिनेश गुप्ता, दन्तेवाड़ा । जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीष सुराना का जिला पंचायत सदस्य के रूप में निर्वाचन शून्य घोषित कर दिया गया है। जिसके बाद से वे अब उपाध्यक्ष पद में भी नही रह सकेंगे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन ने यह कार्यवाही की। आवेदनकर्ता सुनील कुमार नागेश ने मनीष सुराना पर आरोप लगाया था कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान में जिला पंचायत सदस्य पद हेतु प्रत्याशी मनीष सुराना का नाम नगर पंचायत गीदम और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों की मतदाता सूची में दर्ज था।
इसकी सुनवाई विभाग द्वारा ना होने के कारण सुनील कुमार नागेश ने कोर्ट में परिवाद दायर कर मनीष सुराना पर धोखाधड़ी से जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 06 का चुनाव लड़ने का आरोप लगाया था। मनीष सुराना की इसी जीत के खिलाफ सुनील कुमार नागेश पिता मेहतर राम नागेश निवासी ग्राम बड़े बनेड़ा पोस्ट बाघमुंडी पनेड़ा विकास खंड गीदम जिला दंतेवाड़ा ने मनीष सुराना जिन्होंने जिला पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनाव लड़ा था, 6 लोगों ने मिलकर न्यायालय में परिवाद दाखिल किया था। जिसके बाद यह कार्यवाही की गई।
इधर नगर में पहली बार किसी जनप्रतिनिधी पर इस तरह की कार्यवाही हुई है। जो आम जनता में चर्चा का विषय बन गया है। क्योकि पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीष सुराना जिले भर में चर्चित नेता थे। गौरतलब है कि जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 06 से मनीष सुराना निवासी गीदम, घीनुराम निवासी कारली व सुनील कुमार निवासी बाघमुंडी पनेड़ा ने चुनाव लड़ा था जिसमे मनीष सुराना विजयी हुये थे।