EVM को लेकर 22 विपक्षी दल जाएंगे चुनाव आोयग, आयोग ने कहा सब पूरी तरह सुरक्षित
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को आएंगे लेकिन उससे पहले आए एग्जिट पोल्स में भाजपा की सत्ता में वापसी की संभावनाओं ने विपक्षी दलों की धड़कनें बढ़ा दी है। एग्जिट पोल्स के बाद से ममता बनर्जी समेत कईं नेताओं ने इन पर सवाल उठाते हुए ईवीएम मशीनों में छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।
ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका जता रहे विपक्ष के 22 दलों के नेता मंगलवार को चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटाने की तैयारी में हैं। दरअसल, इन दलों ने एक बार फिर से ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की आशंका जाताना शुरू कर दिया है। इन दलों का आरोप है कि एग्जिट पोल से भ्रम फैलाकर ईवीएम से छेड़छाड़ संभव है।
सोमवार को चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि ईवीएम में छेड़छाड़ काफी आसान है जैसा कि फोन टैपिंग में किया जाता है। इसी को देखते हुए उन्होंने मतों की गिनती के दौरान 50 फीसदी वोटर वेरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) पर्चियों का मिलान ईवीएम से कराने की मांग की है।
विपक्षी दलों के नेताओं ने ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया
यूपी के गाजीपुर और चंदौली में भी विपक्षी दलों के नेताओं ने ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। राज्य के मऊ, गाजीपुर और चंदौली में ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे सवालों को चुनाव आयोग ने नकार दिया है। आयोग ने एक बयान जारी कर कहा है कि गाजीपुर में ईवीएम पर नजर रखने का मामला था लेकिन उसे सुलझा लिया गया है। वहीं चंदौली में भी ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
वहीं आज विपक्ष के 22 दलों के नेता दोपहर 3 बजे के बाद चुनाव आयोग के पास जाकर ईवीएम की सुरक्षा का मुद्दा उठाएंगे। वहीं आप नेता राघव चढ्ढा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आशंका जताई है कि इस तरह के एग्जिट पोल चुनाव परिणाम को प्रभावित करने के मकसद से किए गए होंगे।
जमीन पर भाजपा के पक्ष में ऐसी कोई लहर नहीं है, जिससे परिणाम एग्जिट पोल जैसा आए। संभव है कि एग्जिट पोल से माहौल बनाकर ईवीएम में छेड़छाड़ की कोशिश की जाए। ऐसे करने से कोई एग्जिट पोल की विश्वसनीयता पर सवाल नहीं उठाएगा और भाजपा अपने हिसाब से परिणामों को प्रभावित भी कर सकेगी।