मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतरिम बजट पर ली चुटकी, कहा 2019 के लिए जुमला-बुलेट-एक्सप्रेस
रायपुर। कार्यकारी वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने आज संसद में साल 2019-20 के लिए आम बजट पेश किया। इस बजट में किसानों-मजदूरों सहित मध्यमवर्ग को भी राहत दी गई है। हालांकि विपक्ष बजट का विरोध कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट को जुमला-बुलेट-एक्सप्रेस बता कर चुटकी ली है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, ’किसानों के लिए के 6000 रुपए सालाना देने का प्रावधान किया है, जो कि बेहद कम है 6000 सालाना मतलब 500 रुपए प्रति माह। ये रकम तो पेंशनधारियों को दी जाने वाली रकम से भी कम है। वहीं आयकर का स्लैब बढ़ाया गया है, लेकिन आम आदमी के पास आय कहां है जो वो आयकर की छूट का लाभ उठा सकेगा’। उन्होंने कहा कि, ’चुनावी वर्ष में केंद्र सरकार से अच्छे बजट की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया’।
एक दूसरे ट्वीट में सीएम ने लिखा कि पहले 2014 के जुमलों का हिसाब दो-
-हर खाते में आने वाले 15 लाख का क्या हुआ?
-छग में कितनी स्मार्ट सिटी बनी?
-स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू क्यों नहीं हुई?
-हर साल 2 करोड़ नौकरी का क्या हुआ? देश के हर वर्ग की हवा उड़ी हुई है और मोदी सरकार ’उरी’ पर अटकी हुई है।
इसके साथ ही सीएम भूपेश ने ट्वीट किया कि 2014 की ’जुमला-एक्सप्रेस’ के बाद, 2019 में “जुमला-बुलेट-एक्सप्रेस“। अगले 5 साल में 1 लाख डिजिटल विलेज बनायेंगे, पिछले 5 साल में कितने स्मार्ट सिटी बनायें? नौकरी मांगने वाले नौकरी दे रहें है, पर कहां?
बता दें कि पीयूष गोयल ने बजट भाषण के दौरान फिल्म उरी की चर्चा की। इस पर सत्ता पक्ष ने मेज बजाकर उनका समर्थन भी किया।