फोन टेपिंग मामले में रेखा नायर के एक और ठिकाने पर EOW और ACB ने मारा छापा
रायपुर। फोन टेपिंग मामले में एक बड़ी खबर आ रही है। सस्पेंड डीजी मुकेश गुप्ता की स्टेनो रही रेखा नायर के ठिकानों पर एक फिर से एसीबी व ईओडब्ल्यू की टीम ने छापा मारा है। छापेमारी की ये कार्रवाई सुबह से चल रही है। रायपुर के नरदहा स्थिति एक फार्म हाउस में ये छापेमारी हुई है।
बताया जा रहा है कि ये फार्म हाउस रेखा नायर के नाम पर है। हालांकि अभी इस छापेमारी के बारे में कुछ विशेष जानकारी नहीं आ पायी है। छापेमारी में एसीबी के डीएसपी के अलावे प्रशासन की तरफ से नायब तहसीलदार भी मौजूद हैं। वहीं एक डीएसपी के साथ 3 टीआई व अन्य पुलिसकर्मी फार्म हाउस की पड़ताल कर रहे हैं।
इससे पहले दुर्ग और भिलाई में रेखा नायर की बहन के अलग-अलग घरों में तलाशी अभियान चला था। पिछले सप्ताह बुधवार को हाउसिंग बोर्ड कालोनी जामुल में रेखा नायर की बहन के घर छापा मारा। सुबह करीब सात बजे से शुरू हुई कार्रवाई दोपहर तक चली। इस दौरान टीम ने रेखा नायर द्वारा किए गए लेन-देन और प्रापर्टी से जुड़े दस्तावेज जब्त किए थे।
रेखा नायर की संपत्ति बेहिसाब बढ़ी
आरोप है कि रेखा नायर ही फोन टैपिंग मशीन को आपरेट करती थी और उसे मुकेश गुप्ता तक पहुंचाती थी। ईओडब्ल्यू में काम के दौरान रेखा नायर की संपत्ति बेहिसाब बढ़ी थी। केरल में उसके खाते में बड़ी रकम का ट्रांजेक्शन भी हुआ था। रेखा नायर की बेहिसाब संपत्ति की जानकारी मिलने के बाद उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था।
सूत्रों की माने तो नेता और अधिकारियों के फोन टैपिंग करने रेखा नायर को मुकेश गुप्ता ने अपने साथ रखा था। उसी के माध्यम से फोन टैपिंग की ट्रेनिंग लेने विदेश भेजे जाने की बात सूत्र बता रहे हैं। रेखा नायर पिछले चार वर्षों से ईओडब्ल्यू में पदस्थ थीं, लूकिन किसी भी कर्मचारी ने उन्हें ऑफिस में कार्य करते नहीं देखा। फिर भी नायर को नियमित वेतन का भुगतान भी हो रहा था।