रायपुर में दिनदहाड़े 60 लाख की डैकैती करने वाले 10 आरोपियों को पुलिस ने 30 घंटे में किया गिरफ्तार, प्रार्थी की बहन ने रची थी साजिश

रायपुर। राजधानी रायपुर में 11 फरवरी को खम्हारडीह थाना क्षेत्र में हुई दिनदहाड़े डकैती की घटना पुलिस ने खुलासा कर लिया है। 48 घंटे के अंदर इस मामले में पुलिस ने नागपुर के दो अंतर्राज्यीय बदमाशों समेत कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमं एक महिला भी शामिल है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूट के 59.50 लाख रुपये नगद, सोने के आभूषण और घटना में इस्तेमाल की गई दो कार जब्त कर ली है। इस पूरे मामले का खुलासा रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा ने किया है। साथ ही आईजी ने जांच टीम को 30,000 रूपये नगद इनाम देने की घोषणा की है।
आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि इस घटना की साजिश प्रार्थी मनोहरण वेलू की बहन नेहा त्रिपाठी की बेटी जो राजनांदगांव में निवास करती है ने रची थी। उसी ने ही उसने अपने मित्र बीएसएफ के रिटायर्ड सूबेदार मेजर ए. सोम शेखर के साथ मिलकर डकैती की प्लानिंग की थी। इस प्लानिंग में मां-बेटी के अलावा उनके ेसाथी देवलाल वर्मा और कमलेश वर्मा के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई।
बाद में इन लोगों ने कुछ और लोगों को भी इस प्लान में शामिल किया। जिनमें अजय ठाकुर, राहुल त्रिपाठी, शाहिद पठान, पिंटू सारवान और मनुराज मौर्य शामिल थे. इस पूरे वारदात को महिला डकैत के निर्दशों पर अंजाम दिया गया।
11 फरवरी की देपहर इन चार नकाबपोश पुरुषों और एक नकाबपोश महिला ने घर में घुसकर प्रार्थी और उसकी बहनों को पिस्टल की धमकी देकर कुल 65,25,000 रुपये नकद, तीन सोने की चेन और तीन मोबाइल फोन लूट लिए। जिनकी कुल कीमत लगभग 66,00,000 रुपये बताई गई।
डकैती की घटना के तुरंत बाद ही रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने विशेष टीमों का गठन कर छानबीन शुरू की दी थी। इस दौरान नाम न छापने कि शर्त पर रायपुर शहर के दो नागरिकों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए संदेहियों के प्रति पुलिस टीम को बडा सुराग दिया था। साथ ही तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच टीम ने राजनांदगांव, दुर्ग, बिलासपुर, नागपुर, बलौदाबाजार और रायपुर में छापेमारी कर 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया।