
Raipur News: धमतरी में पंचायत सचिव संघ और रोजगार सहायक संघ ने सद्बुद्धि यज्ञ, जानिए आखिर ऐसा क्यों किया?
धमतरी। Raipur News: पंचायत सचिव के बाद धमतरी जिले में रोजगार सहायकों की भी हड़ताल चल रही है। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिले के पंचायत सचिव व रोजगार सहायक 30 दिसंबर से हड़ताल पर हैं। शासन का ध्यान आकृष्ट कराने पंचायत सचिव संघ और रोजगार सहायक संघ ने सात जनवरी को धरना मंच में सद्बुद्धि यज्ञ किया। सदस्यों ने कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी हड़ताल जारी रहेगी।
गौशाला मैदान के पास धरनारत रोजगार सहायकों और पंचायत सचिवों ने ढोल-मंजीरे और हारमोनियम के साथ संगत करते हुए भजन कीर्तन किया। सद्बुद्धि यज्ञ में सभी ने आहुति डाली। पंचायत सचिव संघ के अध्यक्ष श्यामलाल विश्वकर्मा, महिला प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष श्वेता गुप्ता, उपाध्यक्ष चुन्नीलाल साहू ने कहा कि शासन प्रशासन को हमारी मांग से कोई लेना-देना नहीं रह गया है।
यही कारण है कि अब तक हमारी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। शासन को सद्बुद्धि देने के उद्देश्य से संघ द्वारा यज्ञ का आयोजन किया गया है। रोजगार सहायकों के हड़ताल में चले जाने से शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा आ रही है, इसे लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सचिवों और रोजगार सहायकों का कहना है कि शासन द्वारा नियमितीकरण नहीं किए जाने के कारण हमें शासन की ओर से मिलने वाली योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
भविष्य की अनिश्चितता बनी हुई है। शासन को जल्द से जल्द हमारी मांगों को पूरा करना चाहिए। रोजगार सहायकों और पंचायत सचिवों की हड़ताल की वजह से मनरेगा काम प्रभावित हो रहा है। कार्य में संलग्न लोगों की हाजिरी नहीं लग पा रही है। पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायकों के हड़ताल पर जाने से पंचायतों के काम-काज ठप है। मस्टरोल तैयार नहीं हो पा रहा है। जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र का काम भी प्रभावित है। मालूम हो कि जिले के धमतरी ब्लाक में 300 से अधिक रोजगार सहायक व 82 पंचायत सचिव कार्यरत हैं।
ग्रेड पर निर्धारित कर नियमितीकरण किया जाए। जिन ग्राम पंचायतों को नगर निगम क्षेत्र में शामिल किया जा रहा है वहां के रोजगार सहायकों को संबंधित निकाय के साथ अन्य रिक्त ग्राम पंचायत में सेवा में रखा जाए। ग्राम रोजगार सहायकों को सचिव पद पर वरीयता के आधार पर सीधी भर्ती की जाए। रोजगार सहायकों को सहायक सचिव घोषित किया जाए।
पंचायत सचिवों की ये है एक सूत्रीय मांग यह है कि जिले के पंचायत सचिव दो वर्ष परवीक्षा अवधि के बाद शासकीयकरण किया जाए। मांग करने वालों में प्रमुख रूप से ग्राम रोजगार सहायक संघ के अध्यक्ष गोविंद राम सिन्हा, उपाध्यक्ष चोवा राम निर्मलकर, सचिव केशव निषाद, कोषाध्यक्ष सुभाषिनी कोसरिया सहित पवन साहू, दामिनी यादव, तेजराम साहू, प्रदीप, ममता साहू, लोकेंद्र, हेम लक्ष्मी, गुरुराम, प्रीति साहू, असलम खान सहित अन्य मौजूद थे।