मुकेश अंबानी ने किसको दी 151 करोड़ की ‘गुरु दक्षिणा’ ? प्रोफेसर शर्मा को बताया ‘राष्ट्र गुरु’

भारत और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी ने अपने अल्मा मैटर इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (ICT), मुंबई को 151 करोड़ रुपये का ऐतिहासिक दान दिया है। यह ICT के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा अनुदान है। अंबानी ने यह दान गुरु दक्षिणा के रूप में दिया है, जिसे उन्होंने पद्म विभूषण प्रोफेसर मन मोहन शर्मा को समर्पित किया है।
प्रोफेसर शर्मा की प्रेरणा से दिया गया दान
मुकेश अंबानी ने यह घोषणा अनीता पाटिल द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘द डिवाइन साइंटिस्ट’ के विमोचन समारोह के दौरान की। यह किताब प्रोफेसर मन मोहन शर्मा के जीवन और योगदान पर आधारित है। अंबानी ने कहा कि प्रोफेसर शर्मा उनके सबसे सम्मानित गुरु हैं और उन्होंने उनके कहने पर ICT के लिए यह दान देने का निर्णय लिया।
“जब वे हमें कुछ बताते हैं, तो हम बस सुनते हैं। उन्होंने मुझसे कहा, मुकेश, तुम्हें ICT के लिए कुछ बड़ा करना होगा। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि यह दान प्रोफेसर शर्मा के लिए है।” – मुकेश अंबानी
UDCT से जुड़े हैं अंबानी के सुनहरे दिन
मुकेश अंबानी ने 1970 के दशक में उस समय की यूडीसीटी (UDCT) से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी, जो 2008 में ICT बनकर डीम्ड यूनिवर्सिटी बना। उन्होंने कहा कि UDCT कैंपस में वापस आना उनके लिए एक पवित्र अनुभव है। उन्होंने प्रोफेसर शर्मा को एक ऐसा ‘अलकेमिस्ट’ बताया, जो न केवल धातुओं को, बल्कि दिमागों को भी बदलने की क्षमता रखते हैं।
IIT बॉम्बे नहीं, क्यों चुना UDCT?
अंबानी ने साझा किया कि उन्होंने IIT बॉम्बे के बजाय UDCT इसलिए चुना क्योंकि प्रोफेसर शर्मा के पहले व्याख्यान ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि शर्मा में जिज्ञासा को ज्ञान में, ज्ञान को व्यावसायिक मूल्य में और उसे स्थायी बुद्धिमत्ता में बदलने की अद्भुत शक्ति है।
प्रोफेसर शर्मा को बताया ‘राष्ट्र गुरु’
अंबानी ने प्रो. मन मोहन शर्मा को भारतीय केमिकल इंडस्ट्री के विकास का मार्गदर्शक बताते हुए उन्हें ‘राष्ट्र गुरु’ कहा। उन्होंने यह भी कहा कि अनीता पाटिल द्वारा प्रोफेसर शर्मा पर लिखी गई किताब महानता की जीवंत झलक है।