पदयात्रा कर राजधानी पहुंचे रसोईया, कल मुख्यमंत्री निवास का करेंगे घेराव, इन मांगों को लेकर कर रहे हैं प्रदर्शन

रायपुर। एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ महिला-पुरुष मध्यान्ह भोजन रसोईया संघ प्रदर्शन कर रहे है। विगत कई वर्षों से अपने हक की लड़ाई लड़ते आ रहे रसोईयों की मांगों को सरकार नजर अंदाज कर रही है। बता दें कि प्रदर्शनकारियों का दल 8 दिसंबर को महासमुंद से पैदल यात्रा कर आरंग होते हुए आज राजधानी रायपुर पहुंचा। जहाँ पुलिस द्वारा उन्हें तेलीबांधा तालाब के पास रोका भी गया था। उसके बाद वे घडी चौक पहुंचे। वहाँ से रसोईये सैंकड़ों की संख्या में राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना स्थल की ओर रवाना हुए है. अब रसोईयासंघ कल मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे।
छत्तीसगढ़ रसोईया संघ का कहना है लगातार प्रदर्शन के बाद भी सरकार हमारी मांग नहीं मान रही है। हमने कई बार अपनी मांगों को लेकर अधिकारीयों और नेतायों से मिल चुके है पर हमारी मांगों को ध्यान नहीं दिया जा रहा है। प्रदर्शन में वेतन वृद्धि सहित विभिन्ना मांगों को लेकर आवाज बुलंद नारेबाजी की। जिसमें बड़ी संख्या में मध्याह्न भोजन बनाने वाली महिलाएं एवं पुरुष उपस्थित रहे।
महासमुंद जिले के रसोईया संघ अपनी दो सूत्रीय मांग को पदयात्रा में भाजपा नेता व नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने उनके साथ पैदल चलकर उनकी मांगों का समर्थन किया है। सभापति संदीप घोष साराडीह से घोड़ारी तक उनके साथ पैदल यात्रा कर उनका समर्थन किया है।
महासमुंद से पैदल यात्रा कर पहुंची रसोइया संघ की एक सदस्य ने बताया कि हमारी दो मांगे है। जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी थी तब उनका मानदेय 300 रूपये बढ़ाने की बात कही थी, लेकिन आज पर्यन्त तक हमें पूरा मानदेय नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि 300 रुपये बढाने का ऐलान किया था, उसे एरियर्स के तौर पर देना चाहिए। इस मांग को लेकर रसोइया संघ लंबे समय से संघर्षरत हैं। अधिकारीयों द्वारा उन्हें एक हफ्ते में भुगतान कर दिये जाने का आश्वासन दिया था ,परन्तु आज पर्यन्त तक उन्हें राशि नहीं मिली। जिससे नाराज रसोईया संघ ने रायपुर मुख्यमंत्री निवास के लिए कूंच किया है।
रसोईया संघ ने दो सूत्रीय मांगों को लेकर 8 दिसम्बर को महासमुंद से रायपुर राजधानी के लिए पदयात्रा शुरू किया है. जो आज रायपुर पहुंच गए है। अपनी मांगों को लेकर कल मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम आगे उग्र आंदोलन करेंगे।
पदयात्रा का नेतृत्व कर रही संभाग अध्यक्ष नीलू ओगरे, सदस्य हेमलता यादव ने कहा कि 40 रुपये प्रतिदिन की दर से हमे मानदेय दिया जाता है। आज लगतार महंगाई बढ़ रही है. गैस सिलेंडर का दाम भी बढ़ गया है. इससे घर चलाना तो दूर खाना बनाना भी मुश्किल है। समय-समय पर शासन प्रशासन को हमने अपने समस्याओं से अवगत कराया है, लेकिन सरकार तक बात नहीं पहुंची। आज पुनः पुरे छत्तीसगढ़ की रसोईया पदयात्रा के माध्यम से मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं।