
दुर्ग : बोरी थाना क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आरोपी खुद को बैंक ऑफ बड़ौदा का अधिकारी बताकर गांव-गांव घूमता था और भोले-भाले ग्रामीणों को लोन दिलाने का झांसा देकर उनसे हजारों रुपये ऐंठता था। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
फर्जीवाड़े का तरीका: लोन का वादा, दस्तावेज और रकम हड़प
एएसपी पद्मश्री तंवर ने जानकारी दी कि निजेन्द्र बारले नामक ग्रामीण ने बोरी थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के अनुसार, चेतन कुमार वर्मा नाम का युवक खुद को बैंक अधिकारी बताकर गांव आया और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोन दिलाने का वादा किया।
चेतन ने ग्रामीणों से आवश्यक दस्तावेज लेकर उनसे फोन-पे के जरिए 34 हजार रुपये वसूल लिए। लेकिन जब लंबे समय बाद भी लोन नहीं मिला, तो ग्रामीणों को ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने 3 जून को FIR दर्ज कराई।
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कई गांवों को बनाया निशाना, स्कॉर्पियो से करता था भ्रमण
पुलिस जांच में सामने आया कि चेतन कुमार वर्मा एक स्कार्पियो (CG 08 BB 8804) गाड़ी को प्रतिदिन 1400 रुपये किराए पर लेकर गांव-गांव जाता था। वह वहां लोगों को एकत्र कर प्रधानमंत्री आवास योजना में लोन दिलाने का भरोसा देता था और फिर फॉर्म भरवाकर पैसे ले लेता था।
साथी के खाते में ट्रांसफर करवाता था पैसे
ऑनलाइन भुगतान कराने वाले ग्रामीणों से ली गई रकम चेतन अपने साथी अतेश गंजीर के खाते में ट्रांसफर करवाता था, जो फरहद गांव (जिला राजनांदगांव) का निवासी है। दोनों आरोपी रकम को आपस में बांट लेते थे।
गिरफ्तार आरोपी
- चेतन कुमार वर्मा (28 वर्ष), निवासी ग्राम तिलईभाठ, जिला राजनांदगांव
- अतेश गंजीर (33 वर्ष), निवासी ग्राम फरहद, जिला राजनांदगांव
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। साथ ही, आशंका जताई जा रही है कि इन लोगों ने कई अन्य ग्रामीणों को भी ठगी का शिकार बनाया है।