
17 मई से इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) एक बार फिर से शुरू होने जा रहा है, लेकिन भारत-पाकिस्तान सैन्य टकराव के चलते सुरक्षा चिंताओं ने विदेशी खिलाड़ियों की भागीदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे में बीसीसीआई (BCCI) ने अपने खिलाड़ियों को वापस भेजने के लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
बीसीसीआई अधिकारियों ने आईपीएल सीओओ हेमांग अमीन को निर्देश दिया है कि वे खुद विदेशी बोर्ड से बातचीत करें और सुरक्षा संबंधी चिंताओं को दूर करें। गौरतलब है कि 9 मई को भारत-पाक के बीच तनाव के कारण लीग को स्थगित कर दिया गया था। हालांकि युद्धविराम की घोषणा के बाद एक बार फिर से टूर्नामेंट को शुरू करने का फैसला लिया गया।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,
हम विदेशी बोर्डों से सीधे संपर्क में हैं, वहीं फ्रेंचाइजियां अपने-अपने खिलाड़ियों से बात कर रही हैं। हमें उम्मीद है कि ज़्यादातर खिलाड़ी लौट आएंगे।”
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने फिलहाल खिलाड़ियों को भारत लौटने या नहीं लौटने का फैसला खुद करने की छूट दी है। टीम अधिकारियों का कहना है कि कुछ विदेशी खिलाड़ी अभी भी विचार कर रहे हैं, लेकिन अधिकांश के वापस आने की संभावना है।
चेन्नई सुपर किंग्स के सीईओ कासी विश्वनाथ ने कहा:
“संशोधित कार्यक्रम कल रात ही जारी हुआ है। हम अपने विदेशी खिलाड़ियों से संपर्क कर रहे हैं। 20 मई को हमारा मैच है, तो हमारे पास थोड़ा वक्त है।”
विदेशी खिलाड़ियों की स्थिति:
- पंजाब किंग्स के ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मार्कस स्टोइनिस और जोश इंगलिस के लौटने की संभावना कम है, हालांकि मुख्य कोच रिकी पोंटिंग उन्हें मनाने की कोशिश में लगे हैं।
- ऑस्ट्रेलिया के जेवियर बार्टलेट, आरोन हार्डी, अफगानिस्तान के अजमतुल्लाह उमरजई, और दक्षिण अफ्रीका के मार्को यानसेन के लौटने की संभावना जताई जा रही है।
- सनराइजर्स हैदराबाद को अपने कप्तान पैट कमिंस और ट्रेविस हेड की वापसी की उम्मीद है।
जहां चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुके हैं, वहीं पंजाब किंग्स की प्लेऑफ में पहुंचने की संभावनाएं अभी भी बनी हुई हैं। ऐसे में विदेशी खिलाड़ियों की वापसी से टूर्नामेंट के रोमांच में और इज़ाफा हो सकता है।