
रायपुर : नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा चलाए जा रहे ‘प्रहरी अभियान’ के तहत अब फुटपाथ और रोड पर अवैध रूप से सामान रखने वालों के खिलाफ सख्ती बढ़ा दी गई है। पहले से भनक लगने पर दुकानदारों द्वारा सामान अंदर कर लेने की आदत पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन ने अब अभियान से पहले वीडियोग्राफी शुरू कर दी है।
वीडियोग्राफी के बाद की कार्रवाई, 1.03 लाख जुर्माना
23 जून को मालवीय रोड, गोलबाजार और बैजनाथपारा में चलाए गए विशेष अभियान में वीडियोग्राफी के आधार पर 59 दुकानदारों पर कार्रवाई की गई। इनसे कुल 1 लाख 3 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। निगम आयुक्त विश्वदीप ने बताया कि अब वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए दुकानदारों की पहचान सुरक्षित रखी जाएगी, जिससे विवाद की स्थिति में स्पष्ट साक्ष्य मौजूद रहेगा।
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जयस्तंभ से कोतवाली चौक तक मचा हड़कंप
जयस्तंभ चौक से कोतवाली चौक तक मालवीय रोड में जब अभियान शुरू हुआ, तो दुकानदारों में हड़कंप मच गया। हालांकि टीम ने पहले ही वीडियोग्राफी कर ली थी। जब दुकानदारों ने सामान अंदर करना शुरू किया और विरोध जताया, तो उन्हें वीडियो दिखाकर शांत किया गया।
पहली बार किसी पर ₹5000 का जुर्माना
इस बार कपड़े के कारोबारियों पर सबसे अधिक जुर्माना लगाया गया। एक दुकानदार पर पहली बार ₹5000 का जुर्माना लगाया गया। वहीं अन्य दुकानदारों पर ₹500 से ₹1000 तक की पेनल्टी लगी। ये दुकानदार डमी पुतलों, स्टैंडी और बैनरों के जरिए प्रचार कर रहे थे, जिससे सड़क पर अवरोध उत्पन्न हो रहा था।
ठेला व्यवसायियों पर भी कार्रवाई
इसके साथ ही होटल व्यवसायियों और ठेला संचालकों पर भी कार्रवाई की गई, खासकर गोलबाजार, बैजनाथपारा और मालवीय रोड में। अभियान के दौरान अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि फुटपाथ और सड़क पर अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रशासन ने साफ संकेत दे दिया है कि फुटपाथ कब्जाने वालों के खिलाफ वीडियोग्राफिक साक्ष्य के आधार पर निरंतर कार्रवाई की जाएगी, ताकि शहर में सुचारू यातायात और स्वच्छता सुनिश्चित की जा सके।