हवाई यात्रा के लिये आज से बदल गए नियम, ‘बोर्डिंग पास’ के बगैर होगी एयरपोर्ट में एंट्री

नई दिल्ली। दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट समेत बेंगलुरु और वाराणसी हवाई अड्डे पर आज से एंट्री करने के नियम बदल गए हैं। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली के हवाई अड्डे पर चेहरे की पहचान के आधार पर हवाई यात्रियों को प्रवेश देने वाली सुविधा ‘डिजियात्रा’ की गुरुवार को शुरुआत की। Digi Yatra के माध्यम से यात्रियों को हवाई अड्डों पर बोर्डिंग पास की जरूरत नहीं होगी।
तीन एयरपोर्ट पर शुरू हुई सुविधा
नए नियम के तहत एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों को कागजरहित प्रवेश (Paperless Entry) मिल सकेगी और यात्रियों के विवरण का सत्यापन चेहरे की पहचान के जरिये विभिन्न जांच बिंदुओं पर स्वचालित तरीके से होगा। सुरक्षा जांच वाले क्षेत्रों में भी यही प्रणाली काम करेगी। इस सुविधा को गुरुवार को ही दिल्ली के साथ-साथ वाराणसी और बेंगलुरु हवाई अड्डे पर भी शुरू किया गया है। इस सुविधा के लिए यात्रियों को ‘डिजियात्रा’ एप पर रजिस्ट्रेशन करके अपनी जानकारी देनी होगी।
ई-गेट के जरिये होगा हवाई अड्डे में प्रवेश
‘डिजियात्रा’ एप में आधार के जरिये सत्यापन किया जाएगा और यात्री को अपनी तस्वीर भी लेनी होगी। एयरपोर्ट के ई-गेट पर यात्री को पहले बार-कोड वाला बोर्डिंग पास स्कैन करना होगा। इसके बाद वहां लगी ‘फेशियल रिकग्निशन’ प्रणाली यात्री की पहचान और यात्रा दस्तावेज को सत्यापित करेगी। इस प्रक्रिया के बाद यात्री ई-गेट के जरिए हवाई अड्डे पर प्रवेश सकेगा।
OTP बेस्ड ऑथेंटिकेशन
DigiYatra एप में मांगी गई जानकारी दर्ज करने के बाद आधार से Authentication होने की प्रक्रिया केवल एक बार होगी। यह OTP बेस्ड ऑथेंटिकेशन है। इसके बाद जब भी आप यात्रा करेंगे तो आपको वेब चेक-इन के बाद अपना टिकट App पर अपलोड करना होगा। एयरपोर्ट पहुंचने के बाद आपको अपना टिकट स्कैनर पर रखना होगा और चेहरा स्कैन कराना है। इसके बाद आपकी एंट्री हो जाएगी।
DigiYatra का मकसद
DigiYatra एप की सर्विस शुरू करने का मकसद एयरपोर्ट की प्रवेश प्रक्रिया में तेजी लाना है। इस प्रक्रिया के शुरू होने के बाद लंबी लाइन से राहत मिल जाएगी। इसके अलावा डॉक्युमेंट और हार्ड कॉपी कैरी करने से भी यात्रियों को मुक्ति मिल जाएगी। अब आप आसानी से डिजिटली एंट्री कर सकेंगे।