
नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहार की आशंका के बीच बच्चों के लिए एक रहत भरी खबर सामने आई है. फाइजर(pfizer) ने सोमवार को कहा कि कोविड-19(Covid19) का उसका टीका पांच से ग्यारह साल आयु वर्ग के बच्चों पर भी प्रभावी है और वह इस संबंध में अमेरिका से स्वीकृति लेने का प्रयास करेगा. फाइजर(pfizer) का यह कदम बच्चों के टीकाकरण की दिशा में काफी महत्वपूर्ण है.
मार्केट में फाइजर और उसके जर्मन साझेदार बायोएनटेक(biontech) द्वारा विकसित टीका 12 साल और उससे ज्यादा आयु वर्ग के बच्चों/वयस्कों के लिए पहले से उपलब्ध है. लेकिन अब महामारी के प्रकोप के बीच स्कूल खुलने के कारण बच्चों का टीकाकरण बहुत महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि डेल्टा वेरिएंट बच्चों में तेजी से फैलता है और उनके लिए यह ज्यादा खतरनाक है.
बता दें कि फाइजर ने काफी कम समय में बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए टीके का सफल परीक्षण कर लिया है. देश में स्कूल खुलने का सिलसिल शुरू हो चुका है, ऐसे में स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए यह असरदार साबित होगा। वहीँ फाइजर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉक्टर बिल ग्रुबर के अनुसार इस टीके की दो खुराक के बाद पांच से 11 साल आयुवर्ग के बच्चों में कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने वाले एंटीबॉडी उतनी ही मजबूत अवस्था में थे जैसे कि युवाओं में मिलते हैं.
उन्होंने कहा कि बच्चों को दी जाने वाली खुराक सुरक्षित साबित हुई है, ट्रायल में उनमें भी वही सामान्य बुखार, हाथ में दर्द जैसे प्रभाव देखने को मिले हैं, जो युवाओं में दिख रहे हैं. बाल रोग विशेषज्ञ ग्रुबर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम सही जगह पहुंचे हैं.’’
ग्रुबर ने कहा कि कंपनी पांच से 11 साल आयुवर्ग के बच्चों में आपात स्थिति में टीके के उपयोग के लिए इस महीने के अंत तक ‘फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन’ को आवेदन देगी. कंपनी टीके के उपयोग के लिए यूरोपीय और ब्रिटिश प्राधिकरणों को भी आवेदन देगी।