महिला जागृति शिविर में महिलाओं को बताया गया कानून, महिलाआें को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा भी मिली
दिनेश गुप्ता
दन्तेवाड़ा। महिला बाल विकास विभाग कुआकोंडा परियोजना द्वारा जिला स्तरीय महिला जागृति शिविर द्वारा कानूनी जागरूकता का कार्यक्रम नकुलनार के मंगल भवन में आयोजित किया गया। जहाँ घरेलू हिंसा, परिवारिक विवाद और महिला प्रताड़ना झेलती असहाय महिलाओं की मदद के लिए सखी वन स्टॉप से संगीता देवांगन और रोशी सिंह क्षत्रीय पहुंची हुई थी। जिन्होंने महिला शसक्तीकरण पर प्रकाश देते हुए महिलाआें को उनके अधिकारों की जानकारी दी।
सखी वन स्टॉप सेंटर से आई रोशी सिंह क्षत्रिय ने महिला सखी सेंटर के कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी और वहां समस्याओं का निराकरण किस तरह किया जाता है, उसके बारे में भी बताया। महिलाओं ने भविष्य में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार या किसी तरह परेशानी पर सखी वन स्टॉप सेंटर पर जाने की बात कही। कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता रामबाबू सिंह गौतम भी मौजूद थे। जिन्होंने महिलाओं को उदबोधन से पहले पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों की शहादत पर दो मिनट का मौन भी रखवाया। जिसके बाद परियोजना के 154 केंद्र, 7 स्वसहायता समूह की कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को घरेलू तालमेल और पारिवारिक जीवन किस तरह से निर्वहन करना चाहिए, इस बात पर प्रकाश दिया।
इसी तरह से कुआकोंडा जनपद उपाध्यक्ष भावना आजाद सक्सेना भी कार्यक्रम में मौजूद थे जिन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण की बात करते हुए उनको आत्मनिर्भर बनने का प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं सशक्त होंगी तो उन पर अत्याचार धीरे- धीरे कम होता चला जाएगा। अपने उद्बोधन में उन्होंने महिलाओं को सशक्त बनने की राह दिखाते हुए ओजस्वी भाषण दिया। कार्यक्रम में बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ की टीम ने जागरूकता कार्यक्रम दिया। आईसीडीएस परियोजना अधिकारी पुष्पांजलि दादर एवं बिंदु स्वर्णकार ने पूरे कार्यक्रम की पूरे कार्यक्रम की बागडोर संभाल रखी थी।