माघ पूर्णिमा: राजिम में भव्य मेले का आयोजन आज से, पुण्य स्नान के लिए भक्तों की उमड़ी भीड़…
रायपुर: इस साल माघ पूर्णिमा 16 फरवरी यानी बुधवार को मनाई जा रही है। राजधानी स्थित खारुन नदी के किनारे महादेवघाट, छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थ राजिम त्रिवेणी संगम, धमतरी के रुद्रेश्वर, राजनांदगांव मोहारा में मेले का आयोजन किया जा रहा है। वहीं हर साल की तरह माघ पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाने पहुँच रहे है।
आज माघी पूर्णिमा के अवसर पर छत्तीसगढ़ की पवित्र नदियों के किनारो से लेकर प्रयागराज के संगम तट तक पुण्य स्नान का सिलसिला आज तड़के से शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक माघी पुन्नी मेले भी आज से करीब आधा दर्जन शहरों में शुरू हो रहे हैं।
प्रसिद्ध तीर्थ राजिम, टेंपल सिटी शिवरीनारायण, महामाया की नगरी रतनपुर और बेलपान के अलावा धमतरी जिले के देवपुर, कर्णेश्वर रुद्रेश्वर और कुलेश्वर महादेव घाट में माघी पूर्णिमा का मेला आज से शुरू हो रहा है। राजिम में महानदी, सोंढूर और पैरी नदियों के त्रिवेणी संगम पर माघी पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक मेले का आयोजन किया जाएगा।
आपको बता दें, पुन्नी मेले के लिए राजिम के त्रिवेणी संगम की सूखी धरती पर मेला क्षेत्र बसाया गया है। मेले के लिए मुख्य मंच के पास महानदी आरती कुण्ड और शाही स्नान कुण्ड बनाया गया है। मेले में आने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए लगभग 15 सौ पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है.
मिली जानकारी के अनुसार, मेले की शुरुआत शाम 7 बजे छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की मौजूदगी में होगी. वहीं आज से शिवरीनारायण में महानदी, शिवनाथ और जोंक नदी के संगम पर माघी मेले की शुरूआत हो रही है। छत्तीसगढ़ सहित देश के हजारों लोगों की श्रद्धा और आस्था के प्रमुख केन्द्रों में मेले में प्रमुख रूप से स्थानीय कलाकारों को मंच मिलता है। रायपुर के खारून नदी पर भी आज सुबह से माघी पूर्णिमा स्नान के लिए भक्त पहुंच रहे हैं।
पूर्णिमा पर नदियों में स्नान की परंपरा..
माघ के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को माघ पूर्णिमा या माघी पूर्णिमा कहते हैं। पूर्णिमा के दिन नदियों में स्नान करने और दान करने की परंपरा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघी पूर्णिमा के दिन सत्संग और कल्पवास कर पुण्य लाभ लेने का वर्णन है। माघ में पड़ने वाली पूर्णिमा के दिन शाही स्नान किया जाता है।
राजिम में पुन्नी मेला..
राजधानी से 45 किमी दूर त्रिवेणी संगम राजिम में 15 दिनों तक मेले की धूम रहेगी। वहीं मेले का शुभारंभ 16 फरवरी को होगा, जो महाशिवरात्रि एक मार्च तक चलेगा। मेले में प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के अन्य हिस्सों से लोग पुन्नाी मेले में आते हैं। इसके अलावा हर रोज शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। राजिम में 15 दिवसीय मेले के दौरान पहला स्नान 16 फरवरी, दूसरा स्नान 23 फरवरी और तीसरा स्नान एक मार्च महाशिवरात्रि के दिन होगा।