
रायगढ़ : असीम कृपा फाउंडेशन के डायरेक्टर और उसके साथी पर जांजगीर-चांपा की एक महिला व्यवसायी से 50 लाख रुपए की ठगी का आरोप लगा है। नाबार्ड योजना के तहत 6 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का झांसा देकर आरोपियों ने महिला से भारी रकम वसूली। शिकायत के बाद चक्रधर नगर पुलिस ने मुख्य आरोपी रंजीत चौहान को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता अनिता साहू (40), जांजगीर-चांपा के ग्राम खोखरी की रहने वाली हैं और “महानदी एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी” का संचालन करती हैं, जो किसानों को खाद, बीज और दवाएं उपलब्ध कराती है।
अनिता की पहचान रायगढ़ निवासी रंजीत चौहान (29) और सुदीप मंडल (40) से कुछ स्थानीय संपर्कों के जरिए हुई। रंजीत ने अनिता को भरोसे में लेते हुए कहा कि उनकी रजिस्टर्ड कंपनी को नाबार्ड योजना के तहत एक महीने के भीतर 6 करोड़ का प्रोजेक्ट दिलवा सकता है। इसके बदले 50 लाख रुपए की मांग की गई, जिसे असीम कृपा फाउंडेशन के नाम पर जमा करवाना था।
पहले तो अनिता ने संदेह के चलते रकम देने से मना कर दिया। तब रंजीत ने झांसा देने के लिए 15 नवंबर 2025 की तारीख का एक फर्जी चेक अनिता को सौंपा, जिससे वह भ्रमित हो गई और अंततः राशि ट्रांसफर कर दी।
जब अनिता को ठगी का एहसास हुआ, तो उसने चक्रधर नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी रंजीत चौहान को गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि रंजीत पहले भी कई लोगों से इसी तरह की ठगी कर चुका है।
पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और अन्य पीड़ितों की जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपी के नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।