
जम्मू और कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख यासीन मलिक को पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) के तहत गिरफ्तार किया गया है. यासीन मिलक को अब जम्मू -कश्मीर के भलवाल जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. पीएसए के तहत उन्हें दो साल तक हिरासत में रखा जा सकता है. गौरतलब है कि अलगाववादी नेता यासीन मलिक को 22 फरवरी को हिरासत में लिया गया था.
जम्मू-कश्मीर में माहौल खराब करने के आरोप में यासीन मलिक के खिलाफ कोठी बाग पुलिस स्टेशन मामला दर्ज किया गया था. जम्मू और कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रवक्ता ने कहा कि हमें आज पता चला कि यासीन मिलक पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट लगाया गया है. यासीन को अब कोट भलवाल जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि हमारी पार्टी इस मनमानी गिरफ्तारी और एक राजनीतिक नेता के खिलाफ PSA के उपयोग की कड़ी निंदा करती हैं.
गौरतलब है कि पिछले दिनों सरकार ने यासीन मलिक और कट्टरपंथी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कुछ नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली थी. बाद में मलिक ने कहा था कि उन्हें राज्य से कभी कोई सुरक्षा नहीं मिली. मलिक ने कहा था, ‘मेरे पास पिछले 30 सालों से कोई सुरक्षा नहीं है. ऐसे में जब सुरक्षा मिली ही नहीं तो वे किस वापसी की बात कर रहे हैं. ये सरकार की तरफ से बिल्कुल बेईमानी है.’ मलिक ने संबंधित सरकारी अधिसूचना को ‘झूठ’ करार दिया. सरकार ने बुधवार को कहा था कि मलिक और गिलानी समेत 18 अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली गई है.