
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर के एक दिन बाद देश को संबोधित किया और इसके अगले ही दिन, 13 मई की सुबह वह सीधे आदमपुर एयरबेस पहुंचे। यहां उन्होंने भारतीय वायुसेना और थलसेना के जवानों से मुलाकात की और हाल ही में सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर चर्चा की।
पाकिस्तान के दावों को किया खारिज
आदमपुर एयरबेस दौरा इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि हाल ही में पाकिस्तान ने इस एयरबेस को लेकर झूठा दावा किया था कि इसे नष्ट कर दिया गया है। पीएम मोदी का खुद इस स्थल पर पहुंचना और जवानों से मिलना यह साबित करता है कि एयरबेस पूरी तरह सुरक्षित और सक्रिय है।
सेना की तारीफ, जवानों से संवाद
पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए पाकिस्तान और आतंकवादियों को करारा जवाब देने के लिए भारतीय सेना की जमकर तारीफ की थी। आदमपुर में भी उन्होंने जवानों की बहादुरी, साहस और समर्पण की सराहना की। उन्होंने उनके साथ फोटो भी खिंचवाई, जिससे जवानों में उत्साह का माहौल देखा गया।
सोशल मीडिया पर साझा किया अनुभव
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर अपने दौरे की जानकारी साझा करते हुए लिखा:
“आज सुबह, मैं AFS आदमपुर गया और हमारे बहादुर वायु योद्धाओं और सैनिकों से मिला। साहस, दृढ़ संकल्प और निडरता के प्रतीक लोगों के साथ रहना एक विशेष अनुभव था। भारत हमारे सशस्त्र बलों के प्रति सदैव कृतज्ञ है।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर हुई विशेष चर्चा
पीएम मोदी ने 6-7 मई की रात और सुबह के दौरान चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भी सेना के अधिकारियों और जवानों से जानकारी ली। जवानों ने उन्हें ऑपरेशन के दौरान की रणनीति और हालात से अवगत कराया।
मिग-29 का बेस है आदमपुर एयरबेस
गौरतलब है कि आदमपुर एयरबेस भारत के मिग-29 लड़ाकू विमानों का प्रमुख बेस है, जो देश की वायु सुरक्षा के लिहाज से रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
प्रधानमंत्री का यह दौरा सेना के मनोबल को ऊंचा करने वाला कदम माना जा रहा है और साथ ही पाकिस्तान के दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब भी।