
अलाप्पुझा जिले में 12 घंटे के भीतर केरल के अलग-अलग पार्टियों के दो नेताओं की हत्या कर दी गई। नेताओं की हत्या से राजनीतिक माहौल गरमा गया है और जिले में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है। तनाव को देखते हुए जिलाधिकारी ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। तो वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने दो राजनेताओं की कथित हत्याओं की निंदा की है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक 19 दिसंबर की सुबह अलप्पुझा जिले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ओबीसी मोर्चा के राज्य सचिव रंजीत श्रीनिवासन की हत्या कर दी गई। ऐसा बताया जा रहा है कि सुबह-सुबह उनके घर में कुछ लोग घुसे और उनकी हत्या कर दी। इससे पहले शनिवार देर रात सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के नेता केएस शान की हत्या हुई थी।
पार्टी ने हत्या का आरोप आरएसएस पर लगाया था। ऐसा माना जा रहा है कि एसडीपीआई नेता केएस शान के प्रतिशोध में भाजपा नेता की हत्या की गई है। 12 घंटे के अंदर अलाप्पुझा में दो नेताओं की हत्या के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है और जिले में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। तनाव को देखते हुए जिलाधिकारी ए.सिकंदर ने अलाप्पुझा जिले में धारा 144 लागू कर दी है। इन दोनों घटनाओं ने राज्य की सियासत को भी सुलगा दिया है।
सीएम ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है। साथ ही केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने अलाप्पुझा में हुई दोनों नेताओं की हत्या की निंदा की और उन्होंने कहा कि पुलिस हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। सीएम ने कहा कि इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए।
इस मामले पर केंद्रीय मंत्री वी.मुरलीधरन ने कहा, मुझे बताया गया है कि आज सुबह बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राज्य सचिव की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। यह इस्लामिक आतंकवादी समूह का काम है, यह जानकारी एलेप्पी (अलाप्पुझा) से आ रही है। मैं राज्य सरकार से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग करता हूं।
एसपी अलाप्पुझा जी.जयदेव ने कहा कि इस मामले की तह तक जाने के लिए जांच की आवश्यकता है। एक हत्या कल रात और दूसरी आज सुबह करीब साढ़े छह बजे हुई। हमने धारा 144 लागू कर दी है और संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रही है। हम जांच कर रहे हैं कि क्या हत्याओं के बीच कोई संबंध है।