
अम्बिकापुर।अम्बिकापुर विधानसभा के अंतर्गत आने वाले राजस्थान पावर लिमिटेड के नए खदान खोलने को लेकर अब राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई है। आज अंबिकापुर का विधायक व प्रदेश के कद्दावर नेता टीएस सिंहदेव कोयला खादान का विरोध कर रहे ग्रामीणों से आज घाटबर्रा एवं परसा में उदयपुर ब्लॉक में प्रस्तावित नवीन कोल खदानों को खोलने के विरुद्ध व वनों की कटाई को रोकने एकजुट हुए ग्रामीणों से मुलाकात करने पहुंचे।
मंत्री टीएस सिंहदेव के द्वारा ग्रामीणों से मिलने पहुंचने के बाद प्रदेश के राजनीति में सरगर्मी तेज हो गई है। एक और पहले से ही जहां कई समाजसेवी संगठन व भाजपा राजस्थान पावर लिमिटेड खदानों व पेड़ कटाई के विरोध में धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। वैसे में सत्ता पक्ष के कद्दावर मंत्री के द्वारा ग्रामीण से मिलने जाना कहीं न कहीं अपने ही सरकार के नियम को चुनौती देने के समान है।
बहरहाल, मंत्री टीएस सिंहदेव के भतीजे व सरगुजा जिला पंचायत के उपाध्यक्ष आदेश्वर शरण सिंह देव पहले से ही खदानों के विरोध में ग्रामीणों के साथ है। उनके द्वारा कुछ दिनों पहले ही पुनः जनसुनवाई करवाने को लेकर कलेक्टर सरगुजा को ज्ञापन सौंपा गया है।
12 सौ हेक्टेयर में खुलेगी खदान, 30 साल चलेगी
राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादक निगम लिमिटेड के लिए अडानी कोयला माइनिंग करेंगी और यहां इससे 12 सौ हेक्टेयर जमीन खदान में जा रही है। इसमें 841 हेक्टेयर जंगल साफ हो जाएगा। वहीं चार गांव के 1 हजार लोग यानी 250 परिवार विस्थापित हो जाएंगे। वहीं 30 सालों तक प्रति वर्ष यहां से पांच मिलियन टन कोयला निकालने की तैयारी है।