
दंतेवाड़ा : छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में एक युवक के साथ 61 लाख रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत हारम निवासी भूपेंद्र तेलामी को ठगों ने ऑनलाइन मार्केटिंग के नाम पर झांसे में लेकर लाखों की ठगी कर डाली। मामले की शिकायत पर पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए राजस्थान से चार ठगों को गिरफ्तार कर लिया है।
वर्क फ्रॉम होम के नाम पर की ठगी
पीड़ित भूपेंद्र को वॉट्सएप पर “द गुड गाइस इलेक्ट्रॉनिक कंपनी” के नाम से वर्क फ्रॉम होम का मैसेज मिला था। इसमें हर दिन 1200 से 6000 रुपये तक कमाने का लालच दिया गया। जुड़ने के बाद उसके अकाउंट में 10 हजार रुपये भेजे भी गए, जिससे वह विश्वास में आ गया।
टेलीग्राम चैनल से शुरू हुआ असली खेल
भूपेंद्र ने बताया कि उसे टेंडर ओपन करने का डेमो दिया गया, जिसमें पैसे लगाकर प्रॉफिट भी दिखाया गया। इसके बाद वह टेलीग्राम चैनल से जुड़ गया, जहां से ठगी की असली शुरुआत हुई। फाइनेंशियल कंसल्टेंट के नाम पर अलग-अलग बैंक खातों में कुल 61 लाख रुपये जमा करवा लिए गए।
फोन बंद होते ही हुआ फर्जीवाड़े का अहसास
सभी पैसे जमा कराने के बाद ठगों ने अपने फोन बंद कर दिए और कोई संपर्क नहीं रहा, तब भूपेंद्र को फ्रॉड का पता चला। उसने गीदम थाना में शिकायत दर्ज कराई।
राजस्थान से पकड़े गए चार आरोपी
SP गौरव राय की अगुवाई में साइबर सेल और पुलिस टीम ने जांच शुरू की और आरोपियों के बैंक खाते और टेलीग्राम डिटेल्स के आधार पर लोकेशन ट्रैक की। राजस्थान से बीरम राम नायक (25), पेम्पाराम (25), शिशुपाल और जितेंद्र मैरोटा (25) को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 5 लाख रुपये नकद और 3 लाख रुपये बैंक में होल्ड किए गए।
SP की अपील – सतर्क रहें, ठगी से बचें
SP गौरव राय ने कहा कि पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपियों को पकड़ लिया है। उन्होंने जनता से अपील की है कि ऑनलाइन ठगी से सतर्क रहें और अज्ञात लिंक, कॉल या संदेशों पर भरोसा न करें।
गिरफ्तारी में इन अफसरों की रही भूमिका
गिरोह को पकड़ने में TI नरेश सलाम, उपनिरीक्षक रूपेश नारंग, रामकुमार श्याम, प्रधान आरक्षक राजकुमार सिंह, आरक्षक अभिजीत वेट्टी, गजेंद्र ध्रुव, संतोष दिवान और भुनेश्वर नेताम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।