
पेरिस ओलंपिक से भारत के लिए एक बहुत ही दुखद खबर सामने आयी है, जहाँ रेसलर विनेश फोगाट 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल मुकाबले से पहले वजन ज्यादा होने के कारण अयोग्य घोषित कर दी गईं. विनेश ने प्री-क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड नंबर 1 और टोक्यो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता जापान की युई सुसाकी को हराकर क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था. विनेश ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला थीं.
इसके बाद पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट का 50 किलोग्राम भार वर्ग के इवेंट में कम से कम रजत पदक पक्का हो गया था. मगर विनेश का ये सपना अब टूट चुका है.
वही विनेश के इस कठिन वक्त में पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा है की “विनेश आप चैंपियनों की चैंपियन हैं. आप भारत का गौरव और हर एक भारतीय के लिए प्रेरणा हैं. आज के सेटबैक ने दुखी किया है. काश मैं जिस पीड़ा को अनुभव कर रहा हूं उसे शब्दों में कह पाता.”पीएम मोदी ने आगे कहा, “मैं जानता हूं कि आप में लड़ने की क्षमता है. चुनौतियों से टक्कर लेना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है. आप और मज़बूत होकर लौटिए. इस घड़ी में हम आपके साथ खड़े हैं.”
विनेश मामले में भारतीय ओलंपिक संघ ने एक बयान में कहा, ‘पेरिस ओलंपिक से इंडियन कंटिंजेंट बहुत खेद के साथ यह साझा करता है कि महिला कुश्ती के 50 किग्रा भार वर्ग से विनेश फोगट को अयोग्यता घोषित कर दिया गया है. रात भर हमारी कुश्ती टीम के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, आज सुबह विनेश का वजन 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम अधिक पाया गया. इस समय इंडियन कंटिंजेंट द्वारा कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी. भारत का ओलंपिक दल आपसे विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करता है. हमें इस ओलंपिक में अपने अगले इवेंट्स पर ध्यान केंद्रित करना होगा
हरियाणा में जन्मीं हैं फोगाट
पहलवानी की दुनिया में नाम रौशन करने वाली विनेश फोगाट का जन्म हरियाणा के भिवानी में हुआ. उनका जन्मदिन 25 अगस्त को आने वाला है. उनकी डेट ऑफ बर्थ 25 अगस्त 1994 है. जैसा कि हरियाणा में हर तरफ पहलवानी का माहौल दिखता है, वैसे ही विनेश फोगाट का जन्म भी जिस परिवार में हुआ वह भी कुश्ती से जुड़ा था.
कहां हुई पढ़ाई लिखाई
आमतौर पर जैसे दूसरे बच्चे स्कूल शिक्षा लेते हैं वैसे ही विनेश फोगाट ने भी अपनी प्रारंभिक शिक्षा झोझू कलां के केसीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पूरी की. इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया और यहां से उन्होंने स्नातक की डिग्री पूरी की.
पहलवानी में करियर बनाने उतरीं विनेश फोगाट ने एक के बाद एक कई रिकॉर्ड अपने नाम किए. विनेश ने कुश्ती प्रतियोगिता में कई उपलब्धियां हासिल कीं. विनेश फोगाट तीन बार (2016, 2017, 2018) राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता रहीं, हालांकि वर्ष 2016 रियो ओलंपिक के दौरान घुटने में लगी गंभीर चोट के कारण वह कई महीनों तक खेल से बाहर रहीं, लेकिन जल्द ही उन्होंने वापसी कर ली. वर्ष 2018 में उन्होंने एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक जीते. वर्ष 2019 में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता बनीं. विनेश ने दो बार एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक भी जीता है.
वही करीब एक साल पहले ही दिल्ली की सड़कों पर भारत के दो ओलंपिक मेडलिस्ट के साथ कई लोग न्याय के लिए गुहार लगा रहे थे. वो दोनो मेडलिस्ट साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया थे. लेकिन इनके साथ कई लोगों की गुहार में एक चीख विनेश फोगाट की भी थी. वही, विनेश फोगाट जो मंगलवार यानी 6 अगस्त को एक ऐतिहासिक तारीख बना देती हैं और ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन जाती हैं. ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी है कि क्यूबा की युसनेलिस गुजमैन को 5-0 से हराकर पेरिस ओलंपिक के महिला कुश्ती में गोल्ड मेडल जीतने की ओर आगे बढ़ चुकी विनेश के साथ ऐसा क्या हुआ था कि दिल्ली पुलिस को उनसे भिड़ना पड़ गया था.
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