महाराष्ट्र। बांद्रा हॉलिडे कोर्ट ने सांसद नवनीत राणा और रवि राणा को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। पुलिस की कस्टडी की मांग को कोर्ट ने नामंज़ूर कर दिया। दोनों पर धार्मिक भावनाएं बढ़ाने का आरोप है। शिवसेना की शिकायत पर उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
राणा दंपत्ति की ओर से एडवोकेट रिज़वान मर्चेंट और एडवोकेट वैभव कृष्णा रवि राणा और नवनीत राणा के लिए कोर्ट में पक्ष रखा। बांद्रा कोर्ट में मजिस्ट्रेट AA धनिवाले ने इस पूरे मामले को सुना। हॉलिडे कोर्ट में सुनवाई के दौरान राणा के वकील रिज़वान मर्चेंट ने गिरफ़्तारी पर आपत्ति जताई है और कहा है उन्हें कस्टडी ना दी जाए।
मुंबई पुलिस ने 7 दिन की कस्टडी की मांग की थी। सरकारी वकील प्रदीप घरत ने कोर्ट में कहा कि रवि राणा और नवनीत राणा की 7 दिनों कस्टडी चाहिए। मर्चेंट ने पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR में लगाए धाराओं पर सवाल उठाए। इससे पहले सांसद नवनीत राणा के वकील ने कहा कि गिरफ्तारी को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे। वकील का कहना है कि दोनों जनप्रतिनिधि हैं और गिरफ्तारी से पहले स्पीकर से इजाजत लेनी चाहिए थी। बता दें कि सांसद नवनीत कौर राणा और उनके पति रवि राणा को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है।
नवनीत राणा और रवि राणा की शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज हुआ है। यह FIR IPC की धारा 143,145,147,149 और महाराष्ट्र पुलिस की धारा 37 (1), 135 तहत हुआ है। हनुमान चालीसा विवाद को लेकर मुंबई में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने शनिवार को अमरावती सांसद नवनीत राणा के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था और हनुमान चालीसा को लेकर विवाद के बीच बैरिकेड्स तोड़ दिए। शिवसैनिकों ने सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा के घर में जबरन घुसने की कोशिश की थी।
गौरतलब है कि सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा ने एलान करते हुए कहा था कि वे शनिवार सुबह नौ बजे मातोश्री जाएंगे और वहां मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। नवनीत राणा का कहना था कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हिंदुत्व के कारण अपने पद पर हैं लेकिन उन्होंने अब अपनी विचारधारा छोड़ दी है।