
बलौदाबाजार-भाटापारा: पुलिस ने IPL 2025 के दौरान ऑनलाइन सट्टा कारोबार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक अंतरराज्यीय सट्टा गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो गोवा से पूरे देश में ऑनलाइन सट्टा संचालन कर रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से ₹8.15 लाख कीमती इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और बैंक खातों से जुड़े दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
तीन बड़े ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से चल रहा था सट्टा कारोबार
गिरोह ‘खेलो यार’, ‘आरबीसी 139’ और ‘वीनबज 7’ जैसे तीन प्रमुख पैनलों के जरिए सट्टा चला रहा था। आरोपी देशभर में वितरित लॉगिन आईडी के माध्यम से इस अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे थे और गोवा को अपना ऑपरेशनल हब बना रखा था।
गुप्त सूचना पर गोवा में योजनाबद्ध छापेमारी
बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस को इस सट्टा गिरोह की गुप्त सूचना मिली थी। जांच के बाद अपराध क्रमांक 288/2025, धारा 07 छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 के तहत मामला दर्ज कर तकनीकी विश्लेषण शुरू किया गया। जब पुष्टि हुई कि गिरोह गोवा से ऑपरेट कर रहा है, तब साइबर सेल और भाटापारा थाना की टीम ने गोवा के बोगमालो इलाके में संयुक्त छापा मारा।
रंगे हाथ पकड़े गए आरोपी
छापेमारी के दौरान सभी आरोपी मोबाइल, टीवी और लैपटॉप जैसे उपकरणों से लाइव IPL मैच पर सट्टा लगाते हुए रंगे हाथ पकड़े गए। पुलिस ने इनके पास से कई बैंक खातों के दस्तावेज भी जब्त किए हैं। प्रारंभिक जांच में इन खातों से करोड़ों रुपये के लेनदेन का पता चला है।
कई राज्यों से जुड़े हैं आरोपी
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से हुई है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम निम्नलिखित हैं:
- अमन देवांगन – दुर्ग, छ.ग.
- गौरव पांडे – रीवा, म.प्र.
- चंद्रशेखर चौबे – रायपुर, छ.ग.
- एजाज शेख – शोलापुर, म.हा.
- दीपक सबलानी – भाटापारा, छ.ग.
- सौरभ शुक्ला – भिलाई, छ.ग.
- अर्पित जैन – दुर्ग, छ.ग.
- फैजान खान – नागपुर, छ.ग.
- जेसन स्टेनिसलास – नागपुर, छ.ग.
- प्रदीप यादव – दुर्ग, छ.ग.
- मनीष पाटिल – अमरावती, म.हा.
- फुरकान अहमद – अमरावती, म.हा.
- एहसान अली – भदोही, उप्र
- अनुराग तिवारी – सुल्तानपुर, उप्र
- कपिल हबलानी – भाटापारा, छ.ग.
आगे की जांच जारी
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के डिजिटल डिवाइसेज और बैंक खातों की डीप फॉरेंसिक जांच की जाएगी। साथ ही सट्टा गिरोह के अन्य सहयोगियों और उनके वित्तीय नेटवर्क की भी जांच जारी है।