पटना। जदयू के पूर्व उद्योग मंत्री श्याम रजक सोमवार को राजद में शामिल हो गए। तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर रजक ने कहा, नीतीश कुमार सिर्फ अफसरों की सुनते हैं। पार्टी के कई मंत्री, विधायक और जन प्रतिनिधि खुद को प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने 2 अप्रैल को दलित उत्पीड़न के खिलाफ विधानसभा में वेल में आकर प्रदर्शन किया था। तभी से मैं उन लोगों को खटकने लगा था। वे सोच रहे थे कि दलितों की बात करने वाला कैसे आगे बढ़ रहा है।
इससे पहले रजक ने कहा कि मैंने नीतीश कुमार के साथ रहकर 10 साल बर्बाद कर दिए। अब सामाजिक न्याय की लड़ाई लडूंगा। जदयू ने रजक को रविवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बर्खास्त कर दिया था। इधर, राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि श्यामजी अपने पुराने और असली घर में आए इसकी हम सब लोगों को खुशी है।
उन्होंने कहा कि जदयू हो या डबल इंजन की सरकार, जिस प्रकार से सरकार चल रही है उसमें जन प्रतिनिधियों का कोई महत्व नहीं रह गया है। कोई इज्जत नहीं रह गया है। अफसरशाही लागू हो गई है। कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से आए मजदूरों को बेइज्जत किया गया। कोरोना में पूरा सिस्टम कोलैप्स कर गया। बिहार बाढ़ से डूब रहा है और नीतीश को अपनी कुर्सी की पड़ी है। वह राजनीति करने में जुटे हैं।