आंध्र प्रदेश सरकार (Andhra Pradesh Government) ने बड़ा फैसला लिया है. अब लोगों को फिल्मों की टिकट (movie tickets) सिनेमाघरों (movie theater) से नहीं मिलेगी। थियेटरों से बिकने वाले टिकटों को राज्य सरकार ने बैन करने की योजना बनाई है। नई योजना के तहत अब सिनेमा के टिकट राज्य-संचालित ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म या रेलवे रिजर्वेशन सिस्टम की लाइनों में मिलेंगे। आंध्र प्रदेश सरकार ने इस नई योजना से संबंधित एक प्रस्ताव विधानसभा में लाया था। यह बिल राज्य के सूचना और पब्लिक रिलेशन मंत्री पेरनी वेंकटरमैया उर्फ नानी ने लाया था और यह प्रस्ताव विधानसभा में पास हो गया।
नए कानून के मुताबिक कोई भी सिनेमाघर अब फिल्म देखने के लिए टिकट नहीं बेचेंगे। यह टिकट सिर्फ सरकारी कंपनियों से ऑनलाइन खरीदा जा सकेगा। राज्य के मंत्री पेरनी वेंकटरमैया ने कहा कि सरकार ने तय किया है कि वो रेलवे ऑनलाइन टिकटिंग सिस्टम की तरह ही ऑनलाइन मूवी टिकट बुकिंग सिस्टम लाएगी।इसे चलाने की जिम्मेदारी स्टेट फिल्म एंड थियेटर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के पास होगी। उन्होंने कहा कि फिल्म देखने की चाहत रखने वाले लोग अपनी मन पसंद मूवी थियेटर में देख सकते हैं। लेकिन मूवी टिकट फोन कॉल, इंटरनेट, या एसएमएस भेज कर बुकिंग कर सकते हैं।
मंत्री ने कहा कि इस सुविधा के शुरू होने से लोग फिल्मों के टिकट हासिल करने के दौरान होने वाली परेशानियों से बच पाएंगे। इसके अलावा फिल्मों के शौकीन टिकट के लिए लंबी कतारों में खड़ा होने से बच जाएंगे। मंत्री के मुताबिक इस सुविधा के जरिए ट्रैफिक की समस्या और प्रदूषण की समस्या को भी कम किया जा सकेगा। इसके अलावा इससे टिकटों की कालाबाजारी को रोकने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन बुकिंग सुविधा के जरिए टैक्स की चोरी तो रुकेगी ही साथ ही साथ जीएसटी और सर्विस टैक्स तथा अन्य टैक्स वसूलने में रेवेन्यू विभाग को आसानी होगी। नानी ने यह भी कहा कि सरकार थियेटर में किसी फिल्म के लिए एक दिन में चार शो से ज्यादा की स्क्रिनिंग की अनुमति नहीं देगी।