ज्ञानवापी के तहखाने में 31 साल बाद हुई पूजा, सुबह से पहुंच रहे श्रद्धालु, पुलिस बल तैनात
वाराणसी। ज्ञानवापी मस्जिद के सीलबंद व्यास के तहखाने में मंगलवार देर रात कड़ी सुरक्षा के बीच पूजा अर्चना की गई। विश्वनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी ओम प्रकाश मिश्रा और अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर द्रविड़ ने व्यास जी के तहखाने में पूजा कराई। पूजा-पाठ का अधिकार काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को सौंपा गया है।
आधी रात को हुई पूजा में व्यास के तहखाने में सिर्फ 5 लोग मौजूद थे। बनारस के कमिश्नर कौशल राज शर्मा, एडीएम प्रोटोकॉल, विश्वनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी ओम प्रकाश मिश्रा और अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर द्रविण इनमें शामिल हैं। पूजा के बाद कुछ लोगों को चरणामृत और प्रसाद भी दिया गया। पूजा के बाद से यूपी पुलिस अलर्ट मोड पर है।
बता दें कि कोर्ट का आदेश आने के बाद रातोरात तहखाने से बैरिकेडिंग हटा दी गई थीं। इसके बाद तड़के ही पूजा के लिए लोग जुटने लगे। पूजा की शुरुआत कड़े प्रशासनिक सुरक्षा घेरे में शुरू हुई है। भारी फोर्स की मौजूदगी में श्रद्धालु व्यास तहखाने की ओर जा रहे हैं और पूजा-अर्चना कर रहे हैं। काशी विश्वनाथ ट्रस्ट बोर्ड की तरफ से पूजा करवाई जा रही।
1993 में बंद हुई थी पूजा
गौरतलब है कि व्यास के तहखाने में 1993 तक पूजा होती थी, लेकिन नवंबर 1993 में मुलायम सिंह यादव की सरकार ने इसे बंद करा दिया था। साथ ही पूजा करने वाले पुजारियों को हटा दिया गया था। अब 31 साल बाद तहखाने में दीप जले हैं। मंगलवार रात करीब 12 बजकर 30 मिनट पर पूजा शुरू हुई। सबसे पहले गंगा जल से तहखाने का शुद्धिकरण किया गया।