
बिलासपुर। जिले के मस्तूरी थाना क्षेत्र के इटवा पाली में मंदिर के सेवादार की कनपटी पर कट्टा अड़ाकर ऐतिहासिक और दुर्लभ भंवर गणेश जी की काले ग्रेनाइट मूर्ति को एक बार फिर चोरों ने निशाना बनाया है।
ग्राम इटवा पाली में स्थित मंदिर में 10वीं और 11वीं सदी की प्राचीन भंवर गणेशजी की ग्रेनाइट की मूर्ति है। मंदिर की देखरेख करने वाला सेवक महेश केंवट गुरुवार रात मंदिर में ही सो रहा था। तभी चार बदमाश मंदिर परिसर में पहुंच गए और उन्होंने महेश की कनपटी पर कट्टा अड़ा कर उसके हाथ-पैर को बांध दिए और मुंह में टेप चिपका दिए। इस दौरान उसकी पिटाई भी की गई।
सालों पुरानी ऐतिहासिक मूर्ति करीब 3 फीट ऊंची और 65 किलो वजनी है। मूर्ति को चोरों ने पहले उखाड़ने की कोशिश की। इसके लिए वे औजार लेकर भी पहुंचे थे, लेकिन मूर्ति को उखाड़ नहीं पाए। इसलिए उसे औजार से अटास कर तोड़कर ले गए हैं। ग्रामीण सुबह जब मंदिर पहुंचे, तब सेवक बंधा मिला और गर्भ गृह से मूर्ति गायब थी। चोरी की खबर मिलते ही मस्तूरी पुलिस की टीम के साथ SSP पारुल माथुर मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने डॉग स्क्वायड, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट टीम को भी बुलाया लिया। पुलिस की टीम चोरों की जानकारी जुटा रही है।
मूर्ति प्राचीन है और इसकी कीमत करोड़ों रुपए बताई जा रही है। वर्षों पुराने मंदिर से भंवर गणेश की मूर्ति चोरी होने की घटना से स्थानीय लोगों व ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।