तेल अवीव। इजराइल में खुली सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना जरूरी नहीं होगा। सरकार ने यह फैसला संक्रमण की दर में तेज गिरावट के बाद लिया। इसके अलावा स्कूल-काॅलेजों को भी खोल दिया गया है। अब कोरोना प्रोटोकाॅल जैसी पाबंदी नहीं होगी। दरअसल, करीब 95 लाख अबादी वाले इजराइल में 58 फीसदी लोगों की दोनों डोज लग चुकी है।
इजराइल दुनिया का एक एकमात्र ऐसा देश है जो कोरोना टीकाकरण मामले में सबसे आगे है। कोरोना टीकाकरण में उसने सबसे पहले टीके को मंजूरी देने वाले ब्रिटेन व अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। दुनिया ये जानना चाहती है उसने इसमें सफलता कैसे प्राप्त की। हगिट फिलो जो ऑडिट पार्टनर हैं उन्होंने बताया इस्राइल ने एक एप बनाया, उस एप से मैंने अपना क्लिनिक में टीके के लिए एक अपॉइंटमेंट बुक किया। उसके चुनने के बाद स्थान और समय की पुष्टि हो गई। इसके बाद क्लिनिक गई, वहां दरवाजे पर मेरा स्वास्थ्य कार्ड स्कैन किया गया। मुझे टीका प्राप्त हुआ। कोई वेटिंग लाइन नहीं थी। किसी ने कोई सवाल नहीं पूछा न कोई किसी तरह का फॉर्म भरा गया।
यह सबकुछ एप के माध्यम से हुआ, इसके बाद मुझे टीकाकरण आईडी मिल गई। मैं एप के माध्यम से अपॉइंटमेंट को अपडेट कर सकती थी। उन्होंने बताया कि एक बार जब मैंने पूरी तरह से टीका लगाया, टीकाकरण आईडी डिजिटल रूप से एक विशेष एप में लोड हो गई। जिसे हम ग्रीन पास प्राप्त करने के लिए उपयोग करते हैं।