रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर बड़ा बयान दिया है। रायपुर में संघ की चल रही समन्वय बैठक पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और संघ के बीच दरार आ गई है और इस दरार को भरने के लिए ही समन्वय की बैठक कि जा रही है। सीएम भूपेश बघेल ने कहा आखिरकार इन्हें समन्वय की ज़रूरत क्यों पड़ रही है? क्योंकि दोनों के बीच गहरी खाई खिंची हुई है….केवल इस दरार को भरने के उद्देश्य से ही समन्वय की बैठक ली जा रही है। इसलिए इस बैठक के लिए भाजपा के रष्ट्रीय अध्यक्ष 3 दिन से छत्तीसगढ़ में डटे हुए हैं।
सीएम भूपेश बघेल आज भेट- मुलाकात के लिए रायगढ़, लैलूंगा खरिसया सहित अन्य विधानसभा क्षेत्रों में गए हुए हैं। दौरे से पहले रायपुर पुलिस ग्राउंड में सीएम भूपेश बघेल ने पत्रकारों से कई सरे मुद्दों चर्चा की।
इस दौरान आरएसएस के हिंदुत्व से जुड़े बयान को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि पहले वो बताएं कि उनका जो हिंदुत्व है, राष्ट्रवाद है वह कहां से प्रेरित है, वह किस पंथ को मानने वाले लोग हैं। यह बताएं और यदि हिंदू धर्म की बात कर रहे हैं किस पंत से जुड़े हैं वो ये बताएं, किस देवी देवता को मानते हैं वह बताएं?
रायपुर में आरएसएस की चल रही समन्वय बैठक पर सीएम भूपेश बघेल ने निशाना साधते हुए कहा, आखिर इस बैठक की जरूरत क्यों पड़ी। इससे पहले आप जब गुजरात के मुख्यमंत्री बदलते हैं तो बिना समन्वय के हो गया, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बदलते हैं तो बिना समन्वय के हो गया, गडकरी को हटाते हैं तो बिना समन्वयक के हो गया, इसका मतलब यह है कि बीजेपी और आरएसएस के बीच एक लंबी दरार बढ़ गई है। जिसको पाटने के लिए रायपुर में अधिवेशन करना पड़ा चुपचाप बंद कमरे में। आगे भूपेश बघेल ने कहा भाजपा का पूरा कार्यकारिणी बदल जाता है हम लोग तो प्रदेश के देख रहे हैं 15 राज्य के प्रभारी बदल जाते हैं …. आरएसएस को पूछ ही नहीं रहे हैं।
सीएम बघेल ने फिर से कहा आरएसएस और बीजेपी के बीच लंबी खाई खींच गई है, जिस दरार को भरने की कोशिश की जा रही है, इसके बारे में बयान दें। आखिर 3 दिन तक क्या मंथन हुआ घुमा फिरा के हिंदुत्व की बात करते हैं हिंदू तो हजारों साल से आरएसएस 100 साल उसके जन्म को नहीं हुआ है. विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस को जन्मे 100 साल हुआ है, उसके पहले भी हिंदू थे क्या इनके भरोसे हिंदू हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हिंदू एक ऐसा मेकैनिज्म है, जिसमें सबको पचा लेने की क्षमता है और इस कारण से हजारों साल बाद भी हमारा देश का अस्तित्व है, हमारी संस्कृति का अस्तित्व है। बहुत सारी संस्कृति उमरी दुनिया के मानचित्र पर मिट गई लेकिन ये भारत है। भारत का अस्तित्व कभी समाप्त नहीं हुआ और ये केवल इन लोगों के कारण से नहीं इनके जन्म को तो 100 साल नहीं हुआ है हिंदू हजारों साल से इस देश में है तो इनके कारण से नहीं है….
सीएम बघेल ने आगे कहा कि यह हिंसा, गुंडागर्दी, आक्रामकता ये हमारी संस्कृति नहीं है। हमारे ऋषि-मुनियों ने यह सिद्ध करके बताया कि वसुदेव कुटुंबकम एक पूरा विश्व है वह एक पूरा परिवार है यह बताया है और यह लोग वह लोग हैं बताने वाले कि तू-तू है और मैं-मैं हूं ये उन लोगों को मानने वाले हैं जो मानव-मानव से घृणा करते हैं, ये वो लोग हैं जो पशु-पक्षी से भी नीच दर्जा मनुष्य को देने वाले लोग हैं और ऐसे ही मानने वाले लोग हैं जो गांधी जी की हत्या की है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आरएसएस का अस्तित्व ज्यादा देर तक रहने वाला नहीं है…..ये घृणा फैलाते हैं, हिंसक बात करते हैं, हमेशा क्रोधित रहो भगवान राम को भी रैंबो बना दिए, हनुमान जी को भी आक्रोशित बता दिए हैं। जबकि सौम्य सरल उसके स्मरण मात्र से मन को शांति मिलती है और ये जो तस्वीर बना रहे हैं घृणा की इसलिए तो सत्ता पाना है इनको,अन्यथा ये हिंदू के लिए किए क्या है उसके अंदर घृणा की बीज डालने के अलावा इन लोगों ने किया क्या है यदि हिंदुओं की बात करते हैं तो हिंदुओं के लिए इस देश में 8 साल से राज कर रहे हैं अभी तक हिंदुओं के लिए ऐसा कोई काम किया क्या? केवल ये है कि अल्पसंख्यकों को गाली देने के लिए अनुसूचित जाति जनजाति को मारने पीटने के लिए ,कभी गाय के नाम से तो किसी के नाम से ये सब को मारने-पीटने का काम किए हैं। वोट पाने के लिए किसी भी स्तर पर ही जा सकते हैं ये इनका स्तर है।
वहीं सीएए कानून को लेकर सीएम बघेल ने अपने बयान में कहा कि मैं भारतीय हूं, मुझे यह प्रमाणित करने की क्या आवश्यकता है, जो नहीं है तो उसके लिए केंद्र सरकार के पास बहुत सारी एजेंसी है जिससे आप जांच कर ले। लेकिन पूरे देश के लोगों को कहे कि मैं भारतीय हूं प्रमाणित करिए यदि किसी कारण से आप प्रमाणित नहीं कर पाते हैं तो आप भारतीय नहीं है। सीएम बघेल ने कहा बहुत सारे ऐसे लोग हैं, खासकर हमारे आदिवासी अंचलों में उनके पास जमीन के रिकॉर्ड नहीं है, स्कूल का दाखिला नहीं है, एक गांव से दूसरे गांव चले जाते हैं तो प्रमाणित नहीं कर पाते हैं, ऐसी बहुत सारी स्थितियां हैं। खासकर गरीब तबके के लोग जो पढ़े-लिखे नहीं है, जिसके पास जमीन नहीं है ऐसे लोगों के साथ बहुत दिक्कत होगी किआप कैसे प्रमाणित करेंगे कि आप भारतीय हैं।
सीएम भूपेश बघेल ने आगे कहा कि है सिर्फ मुस्लिम लोगों के लिए ये कानून नहीं है, मुस्लिम लोग तो बहुत होशियार हैं जो अपना प्रमाण पत्र इकट्ठा करके रखे हैं। बचे और जो लोग हैं चाहे हिंदू हो, आदिवासी हो, अनुसूचित जाति के लोग हो, वो लोग प्रमाण पत्र रखे नहीं है। उनको दिक्कत आएगी। इसके साथ ही सीएम भूपेश बघेल ने आसाम का उदहारण देते हुए कहा वहां हुआ क्या आपने सूचि जारी किया उसमें पता चला कि सबसे ज्यादा तो हिंदू है।