नई दिल्ली। जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की मुश्किल बढ़ गई है। प्रवर्तन निदेशालय ने पहली बार एनआरआई कारोबारी सीसी थम्पी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रियंका गांधी के नाम का जिक्र किया है। ईडी ने मामले से संबंधित पहले के आरोपपत्र में उनके पति रॉबर्ट वाड्रा का नाम शामिल किया था।
ईडी ने आरोप लगाया कि वाड्रा और थम्पी के बीच एक ‘लंबा और गहरा’ रिश्ता है जो सामान्य और व्यावसायिक हितों तक फैला हुआ है। बड़े मामले में भगोड़ा हथियार डीलर संजय भंडारी शामिल है। उसपर मनी लॉन्ड्रिंग, विदेशी मुद्रा कानूनों और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन करने की जांच चल रही है। वह 2016 में भारत से ब्रिटेन भाग गया था। आरोपी सूत्रधारों में थम्पी और ब्रिटिश नागरिक सुमित चड्ढा शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह मामला फरीदाबाद में जमनी खरीद से जुड़ा है। साल 2005-2006 के बीच फरीदाबाद के अमीपुर गांव में एचएल पाहवा के जरिये रोबर्ट वाड्रा ने करीब 40.8 एकड़ जमीन खरीदी थी, जिसे दिसंबर साल 2010 में पाहवा को ही वापस बेच दिया था। इसी तरह प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम पर भी इसी अमीपुर गांव में साल अप्रैल 2006 में खरीदी गई थी, जिसे फरवरी 2010 में पाहवा को ही वापस बेच दिया गया था।