राष्ट्रपति मून ने पुलवामा हमले पर संवेदना जताई, इसका आभारी हूं- पीएम मोदी
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साउथ कोरिया के दो दिवसीय दौरे पर है और शुक्रवार को (दौरे के दूसरे दिन) उन्होंने सियोल में फिर से आतंकवाद का मुद्दा उठाया। पीएम मोदी ने कहा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद, राष्ट्रपति मून के संवेदना और समर्थन के संदेश के लिए हम उनके आभारी हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ अपने द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और समन्वय को और अधिक मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत के गृह मंत्रालय और कोरिया की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के बीच संपन्न हुआ एमयू में हमारे काउंटर टेरिज्जम सहयोग को और आगे बढ़ाएगा और अब समय आ गया है कि वैश्विक समुदाय भी बातों से आगे बढ़ कर, इस समस्या के विरोध में एकजुट हो कर कार्यवाही करे।
हमारी बढ़ती साझेदारी में रक्षा क्षेत्र की अहम भूमिका है
– पीएम मोदी ने कहा, आज दोपहर सौल शांति पुरस्कार प्राप्त करना मेरे लिए बहुत बड़े सम्मान का विषय होगा। मैं यह सम्मान अपनी निजी उपलब्धियों के तौर पर नहीं बल्कि भारत की जनता के लिए कोरियाई जनता की सद्भावना और स्नेह के प्रतीक के तौर पर स्वीकार करूंगा।
– पिछले वर्ष अयोध्या में आयोजित ‘दीपोत्सव’ महोत्सव में फस्ट लेडी किम की मुख्य अतिथि के रूप में भागीदारी हमारे लिए सम्मान का विषय था। उनकी यात्रा से हज़ारों वर्षों के हमारे सांस्कृतिक संबंधों पर एक नया प्रकाश पड़ा, और नई पीढ़ी में उत्सुकता और जागरूकता का वातावरण बना।
– हमारी बढ़ती साझेदारी में रक्षा क्षेत्र की अहम भूमिका है। इसका उदहारण भारतीय थल सेना में के-9 “वज्र” आर्टिलरी गन के शामिल होने में देखा जा सकता है। रक्षा उत्पादन में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए हमने डिफेंस टेक्नोलॉजी और को प्रोडक्शन पर एक रोडमैप बनाने के लिए भी सहमति की है: पीएम मोदी
– मैंने अनुभव किया है कि भारत की एक्ट ईस्ट पोलिसी और कोरिया की नई दक्षिणी नीति का तालमेल हमारी विशेष रणनीतिक साझेदारी को मजबूती देने का प्लेटफॉर्म दे रहा है। इंडो पेसिफिक के संबंध में भारत का विजन समावेशिता, आसियान की केन्द्रीयता और साझी समृद्धि पर विशेष जोर देता है: पीएम मोदी