KANPUR. कानपुर में प्रेमपुर स्टेशन के पास JTTN गुड्स ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश रची गई। ट्रैक पर एक छोटा सिलेंडर रखा मिला। रविवार सुबह करीब 6 बजे लूप लाइन पर लोको पायलट ने सिलेंडर देखते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को सिलेंडर से 10 फीट पहले ही रोक लिया।
देश में ट्रेन को बेपटरी करने की यह 57 दिन में 23वीं कोशिश है। इससे पहले 20 सितंबर को सूरत में रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ की गई थी। इस मामले की जांच NIA को सौंपी गई है।
वहीं, 18 सितंबर को मध्य प्रदेश के नेपानगर में दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर बिछाए गए थे। इससे आर्मी अफसरों की ट्रेन को बेपटरी करने की कोशिश की गई। हालांकि रेलवे अधिकारी अलर्ट हो गए थे। उन्होंने ट्रेन रुकवा दी थी।
ट्रेन को बेपटरी करने की बढ़ती कोशिशों को देखते हुए केंद्र सरकार रेलवे एक्ट में संशोधन करने जा रही है। इस बारे में जल्द अधिसूचना जारी हाे सकती है। इसके तहत हादसे की साजिश करने पर देशद्रोह का केस दर्ज किया जाएगा।
कानपुर में ट्रेन डिरेल करने की 14 दिन में दूसरी साजिश
कानपुर के प्रेमपुर स्टेशन पर सिलेंडर रखे होने की सूचना मिलते ही रेलवे के सीनियर अफसर, आरपीएफ, जीआरपी और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अफसरों ने बताया कि मालगाड़ी कानपुर से प्रयागराज जा रही थी। ट्रैक पर रखा 5 किलो का सिलेंडर खाली था। यूपी में 38 दिनों में ट्रेन पलटाने की यह 5वीं साजिश है। इससे पहले कानपुर में ही 8 सितंबर को भरा सिलेंडर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश रची गई थी।