रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नागरिक आपूर्ति निगम और चिटफंड घोटाले की जांच की मांग की है। इसके लिए उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को दो पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री बघेल ने इसकी जानकारी ट्विटर पर दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि आज मैंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में वर्ष 2004 से 2015 के बीच हुए “नान घोटाला” की जांच ईडी द्वारा किए जाने की मांग की है। यदि 15 दिनों में ईडी द्वारा जांच में कोई कार्यवाही नहीं की गयी तो न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मैंने दो पत्र ईडी को लिखा है। जिसमें से पहला पत्र नान घोटाला इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी की बातों का हवाला देते हुए कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि कोई भी राजनीतिक दल का हो उस पर निष्पक्ष जांच होना चाहिए। मैंने ईडी को आज पत्र लिखा है कि नान घोटाले में सीएम मैडम, सीएम सर सबके नाम आए हुए हैं और ईडी के पास पहले से ही जांच चल रही है। उस समय के जो जांच अधिकारी हैं उन्होंने मीडिया के सामने आकर कहा था कि पैसा उस डोमेन में गया है जहां हम जा नहीं सकते, उसमें जांच नहीं कर सकते।
ED को पत्र.
आज मैंने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में वर्ष 2004 से 2015 के बीच हुए "नान घोटाला" की जाँच ED द्वारा किए जाने की मांग की है।
यदि 15 दिनों में ई.डी द्वारा जांच में कोई कार्यवाही नहीं की गयी तो न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी। @dir_ed pic.twitter.com/CpK1G7ECVH
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 8, 2022
सीएम बघेल ने कहा बहुत सारे मीडिया हाउस के पास उसकी क्लिपिंग होगी और उस समय जब उन्होंने कहा था कि पैसा उस डोमेन में गया है जहां हम जा नहीं सकते, जांच नहीं कर सकते तो ईडी को मैंने पत्र लिखा है कि इसकी जांच आप कराएं। दूसरी बात यह है कि जो चिटफंड कंपनी है जिसमें रोजगार मेला आयोजित किया गया था और उस के माध्यम से बहुत सारे निवेशक हैं उसको एजेंट के नियुक्ति पत्र दिया गया था जो सत्ताधारी और संवैधानिक पदों पर बैठे थे। उनके द्वारा वितरित किया गया था और लगभग साढ़े 6 हजार करोड़ रुपए का घोटाला है और जिसका निवेश दूसरे जगह किया गया है। मनी लॉन्ड्रिंग की गई है। यह दोनों जांच के लिए मैंने आईडी को पत्र लिखा है।
डॉ रमन सिंह और उनके मंत्रियों के संरक्षण में गरीब परिवारों के खून पसीने की कमाई चिटफंड कंपनियों द्वारा लूटी गयी है।
आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) को पत्र लिखकर "मनी लांड्रिंग" के इस क्लासिक प्रकरण की जाँच का अनुरोध किया है।
वरना विवश होकर न्यायालय में प्रकरण दायर किया जाएगा।@dir_ed pic.twitter.com/5bmE7aSTG4
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 8, 2022
सीएम भूपेश बघेल ने आगे कहा कि मैंने ईडी को पत्र लिखा है उसमें उन पूछा है कि कितना रुपया और करंसी आरबीआई में जमा हुए हैं। कितने काले धन बाहर आए हैं इसके बारे में सार्वजनिक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया है। जो 50 दिन की बात करते थे आज 6 साल बीतने के बाद भी आज वह काला धन कितना आया यह बताने में अक्षम रहे हैं।