छत्तीसगढ़ कर्मचारी फेडरेशन ने चार सूत्री मांगों को लेकर किया धरना प्रदर्शन…
छत्तीसगढ़ समेत पुरे जिले मेंआज शासकीय कर्मचारियों का कलम बंद काम बंद धरना प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन संघ के बैनर तले नारायणपुर जिले भर के हजारों शासकीय कर्मचारी काम बंद, कलम बंद आंदोलन पर नारायणपुर के बाजार स्थल में बैठे रहे हैं।
आज आयोजित इस आंदोलन के अंतिम चरण में आंदोलनकारी अधिकारी कर्मचारीयों द्वारा बाजार स्थल से नारायणपुर के कलेक्ट्रेट परिसर तक रैली भी निकली गई। रैली में हजारों की संख्या में मौजूद कर्मियों ने हाथो में मांग संबंधी लिखित बैनर पोस्टर लेकर, मोदी की गारेंटी के नारे लगाए हैं। कर्मचारियों के इस रैली को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए आधे रास्ते में पुराना बस स्टैंड चौक में ही जिला प्रशासन ने रोक लिया।
प्रशासन द्वारा रोकने पर आगे जाने और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की माग को लेकर आंदोलनकारी ने सड़क पर ही आंदोलन शुरू कर दिया। जिसके बाद पुराना बस स्टैंड पहुंच कर आंदोलनकरियों ने जिला प्रशासन के दबाव में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा हैं। इसके बाद दबाव पूर्वक ज्ञापन लेने से आंदोलनकारी नाराज नजर आए हैं और मांगे पूर्ण नहीं होने के हालात में आगामी समय में अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की बात कही हैं।
साथ ही गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिले में भी छत्तीसगढ़ कर्मचारी फेडरेशन के सदस्यों ने भी अपनी मांगों को लेकर कलम बंद काम बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। इसमें जिले के लगभग 5000 कर्मचारियों ने अपनी मागों को लेकर यह विरोध प्रदर्शन किया । इसमें उन्होंने कहा कि शासकीय सेवकों को चार स्तरीय वेतनमान के साथ केंद्र जैसा गृह भाड़ा भत्ता दिया जाए इसके साथ ही शासकीय सेवकों को अर्जित अवकाश 240 दिन के स्थान पर 300 दिन किया जाए। छत्तीसगढ़ कर्मचारी फेडरेशन ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि मागे पुरे नहीं की जाएगी तो अनिश्चित काल तक आंदोलन आगे करेंगे।
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