नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां के हालात लगातार बदल रहे हैं। इस बीच अफगानिस्तान के मौजूदा हालात और वहां चीन के बढ़ते दखल के बीच वैश्विक नेताओं का भारत दौरा जारी है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के चीफ व रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव के बाद ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मैरिस पेन और रक्षामंत्री पीटर डुटोन भारत आ रहे हैं। 10 से 12 सितंबर तक के दौरे में टू प्लस टू मंत्री स्तरीय वार्ता होगी। इस दौरान अफगानिस्तान, चीन के आक्रामक रवैये सहित क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि मंत्री स्तरीय वार्ता में आपसी हितों से जुड़े द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बात होनी है। दोनों पक्ष संपूर्ण रक्षा एवं सुरक्षा संबंधों तथा हिंद प्रशांत क्षेत्र में सामरिक सहयोग बढ़ाने से जुड़े विषयों पर चर्चा कर सकते हैं। इस वार्ता में भारत का नेतृत्व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे।
मंत्रालय ने कहा कि टू प्लस टू वार्ता, 4 जून 2020 को दोनों देशों के बीच डिजिटल बैठक में द्विपक्षीय संबंधों को सामरिक रिश्तों तक बढ़ाने की भावना के अनुरूप है। वार्ता की तैयारी से जुड़े लोगों ने कहा, हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता देखते हुए सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हो सकती है। नौवहन सुरक्षा के विषय पर भी बात होने की उम्मीद है। भारत और ऑस्ट्रेलिया चार देशों के गठबंधन क्वाड का हिस्सा है जो हिंद प्रशांत क्षेत्र को खुला, मुक्त एवं समावेशी बनाने पर जोर देता है।