लोकसभा चुनाव: महासमर 2019 का पहला रण खत्म हो गया है. उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और उत्तराखंड समेत कुल 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर मतदान पूरा हो गया है. यूपी की आठ सीटों पर पहले चरण के तहत शाम 6 बजे तक 63.69% वोटिंग हुई है. इनमें सबसे ज्यादा सहारनपुर सीट पर 70.68% मतदान हुआ है. यहां वोटों की गणना 23 मई को होगी.
जबकि बिहार में 5 बजे तक वोटिंग का प्रतिशत 50.26% रहा है. तेलंगाना में शाम 5 बजे तक 60.57% मतदान हुआ. दूसरी तरफ आंध्र प्रदेश में पोलिंग बूथ पर खूनी हिंसा देखने को मिली, जहां 2 पार्टियों के 2 कार्यकर्ताओं की मौत हो गई.
पहले चरण के तहत पश्चिम यूपी की 8 सीट लोकसभा चुनाव 2019 के सियासी लिहाज से काफी महत्वपूर्ण हैं. इनमें गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बागपत, मेरठ, कैराना, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और बिजनौर सीट शामिल हैं. इन सीटों पर शाम 6 बजे तक करीब 63.69% वोटिंग हुई है. जबकि शाम 5 बजे तक बिहार में 50.26%, तेलंगाना में 60.57%, मेघायल में 62%, मणिपुर में 78.20%, आंध्र प्रदेश में 65.96% , उत्तराखंड में 57.85% और असम में शाम बजे तक 68% वोटिंग हुई है.
शाम 6 बजे तक यूपी की आठ सीटों पर वोटिंग प्रतिशत
सहारनपुर- 70.68%
कैराना- 62.10%
मुजफ्फरनगर- 66.66%
बिजनौर- 65.40%
मेरठ- 63%
बागपत- 63.90%
गाजियाबाद- 57.60%
गौतमबुद्धनगर- 60.15%
यानी शाम पांच बजे तक का वोटिंग प्रतिशत देखा जाए तो सबसे ज्यादा टर्नाउट सहारनपुर सीट पर देखने को मिला है. ये वही लोकसभा क्षेत्र हैं, जहां के देवबंद में सपा-बसपा और आरएलडी गठबंधन ने पहली संयुक्त रैली की थी. साथ ही बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने यहां खुले तौर पर मुसलमानों से वोट न बंटने देने की अपील की थी.
आंध्र प्रदेश में हिंसा, दो कार्यकर्ताओं की मौत
आंध्र प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर भी गुरुवार को पहले चरण में मतदान हुआ. इस दौरान यहां के अनंतपुरम जिले में वोटिंग के दौरान जमकर हिंसा देखने को मिली. पोलिंग बूथ पर हुई झड़प में सत्ताधारी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और मुख्य विपक्षी दल वाईएसआर कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता की मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि झड़प दोपहर में ताडीपत्री विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत वीरापुरम गांव में हुई. पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के पुल्ला रेड्डी और तेदेपा के सिद्दा भास्कर रेड्डी के रूप में हुई है. चुनाव में गड़बड़ी के आरोप के बाद यह हिंसा शुरू हुई थी, जो दो कार्यकर्ताओं की मौत तक पहुंच गई.