
रायपुर : राजधानी के सेंट्रल जेल में बंद एक कैदी की मौत ने जेल और अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, मृत कैदी लंबे समय से हार्ट ब्लॉकेज जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा था, लेकिन उसे समय पर इलाज नहीं मिल पाया।
परिजनों का आरोप है कि उन्होंने पहले ही जेल प्रशासन को लिखित में सूचना दी थी कि कैदी की तबीयत लगातार बिगड़ रही है, फिर भी उसे विशेषज्ञ डॉक्टर को नहीं दिखाया गया और न ही किसी बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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बताया गया कि युवक को गरियाबंद पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार कर रायपुर जेल भेजा था। हालत बिगड़ने पर उसे मेकाहारा अस्पताल लाया गया, लेकिन वहां भी सुरक्षा कर्मियों और अस्पताल स्टाफ की लापरवाही के चलते इलाज में देरी हुई। परिजनों का कहना है कि जब तक जिम्मेदार हरकत में आए, तब तक युवक की मौत हो चुकी थी।
अब बड़ा सवाल यह है कि एक गंभीर बीमार कैदी को समय पर इलाज क्यों नहीं मिला? क्या यह सिस्टम की खामी थी या फिर जेल और अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही? परिजनों ने इस मामले में न्याय की मांग करते हुए संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।