
रायपुर : छत्तीसगढ़ में लागू फाइव डे वर्किंग सिस्टम जल्द ही खत्म हो सकता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस व्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार इस प्रणाली को समाप्त करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। उनका दावा है कि खुद राज्य के अधिकारी और कर्मचारी 6 दिन कार्य दिवस करने की मांग कर रहे हैं। इस पर जल्द ही निर्णय लिया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने यह बात मंगलवार को रायपुर स्थित सर्किट हाउस में आयोजित “संकल्प से सिद्धि” अभियान के शुभारंभ अवसर पर कही। यह अभियान केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के 11 वर्ष पूरे होने पर शुरू किया गया है।
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मोदी सरकार के 11 साल को बताया ऐतिहासिक
मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था अब दुनिया में चौथे स्थान पर है। उन्होंने अनुच्छेद 370 और ट्रिपल तलाक की समाप्ति, गरीबों और किसानों के लिए योजनाएं, तथा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को मोदी सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धियां बताया।
साय ने यह भी आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने गरीबों से उनके घर छीन लिए थे, जबकि वर्तमान सरकार ने 18 लाख नए आवासों की स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि राज्य में 70 लाख महिलाओं को हर माह ₹1,000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है, साथ ही भूमिहीन कृषि मजदूरों को भी लाभ पहुंचाया जा रहा है।
नक्सलवाद पर सख्त रुख
मुख्यमंत्री साय ने नक्सलवाद को लेकर भी बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि मार्च 2026 से पहले छत्तीसगढ़ पूरी तरह नक्सल मुक्त हो सकता है। सुरक्षाबल पूरी ताकत और जोश के साथ इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने इसे नक्सलवाद की “अंतिम सांस” बताया।
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PSC घोटाले की जांच CBI को सौंपने की मांग
विवादित पीएससी घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके नेताओं में कथनी और करनी में अंतर है और झूठ बोलना उनकी आदत बन चुकी है।
मोदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिला सम्मान
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कुछ विदेशी देशों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “भगवान हनुमान” जैसा सम्मान दिया है। उन्होंने कहा, “जो हमें छेड़ेगा, उसे हम छोड़ेंगे नहीं।”