
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में एक बार फिर माओवादियों ने हिंसा की वारदात को अंजाम दिया है। उसूर थाना क्षेत्र के लिंगापुर गांव में कांग्रेस कार्यकर्ता नागा भंडारी की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद क्षेत्र में भय और दहशत का माहौल फैल गया है।
पुलिस के अनुसार, यह खूनी वारदात रविवार देर रात को अंजाम दी गई। नागा भंडारी की हत्या उनके घर से कुछ ही दूरी पर की गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
परिवार पर नक्सलियों का दूसरा हमला
यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले 24 अक्टूबर 2024 को नागा भंडारी के बड़े भाई तिरुपति भंडारी को भी नक्सलियों ने दिनदहाड़े मौत के घाट उतार दिया था। हालांकि नागा भंडारी की हत्या के पीछे नक्सलियों की संलिप्तता की आधिकारिक पुष्टि अब तक पुलिस द्वारा नहीं की गई है।
इलाके में बढ़ती नक्सली गतिविधियों ने ग्रामीणों में डर का माहौल पैदा कर दिया है और इस ताजा घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।