छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में स्वास्थ्य विभाग पर कई गंभीर आरोप लगे हैं, दरअसल यहाँ 66 पदों पर भर्ती हो रही है। भर्ती प्रक्रिया में भी बड़ी लापरवाही आई है। यहाँ जो एग्जाम और इंटरव्यू 12 दिसंबर को होना था उसे अगले दिन 13 दिसंबर को रात 10 बजे लिया गया। जिसके बाद देरी होने से अभ्यर्थी भड़क गए। अभ्यर्थियों ने भर्ती में सेटिंग और गड़बड़ी के आरोप भी लगाए हैं। उनका कहना है कि, 12 दिसंबर को इंटरव्यू सुबह 11 बजे होना था, लेकिन इंटरव्यू नहीं लिया गया। दस्तावेज चेक कर 13 दिसंबर की रात पात्र-अपात्र की लिस्ट निकाल दी गयी गई।
जो लिस्ट निकाली गई उसमें भी 400 अभ्यर्थियों को अपात्र घोषित कर दिया गया। इसके बाद सभी ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के बाद प्रबंधन ने दावा-आपत्ति का निपटारा किया। बताया जा रहा है कि प्रदेशभर से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी पहुंचे थे, जो दो दिनों से कड़ाके की ठंड के बीच डटे रहे।
जानिए क्या होना था प्रोसेस-
सबसे पहले अभ्यर्थियों से डॉक्यूमेंट जमा होते हैं।
फिर अभ्यर्थियों की सूची जारी होगी।
इसके बाद पात्र-अपात्र की लिस्ट जारी होगी और अपात्र लोगों दावा आपत्ति करेंगे।
फिर पात्र लोगों की फाइनल लिस्ट जारी होगी।
इसके बाद एक-एक कर अभ्यर्थियों को बुलाकर लिखित और इंटरव्यू होगा।
लेकिन यहाँ कुछ और ही मंजर नजर आ रहा है,रायपुर से पहुंची एक छात्रा ने बताया कि, जिला अस्पताल में हो रही भर्ती प्रक्रिया के लिए व्यवस्थाएं सही नहीं थी। कोई मैनेजमेंट नहीं था। दावा आपत्ति के लिए जो समय बताया गया उस समय में लिस्ट नहीं निकली। दोबारा समय दिया गया।वही महासमुंद के एक
छात्र ने कहा कि, दूर दूर से अभ्यर्थी आए हुए थे। लिखित परीक्षा सुबह 11 बजे शुरू होकर 2 बजे तक समाप्त हो जानी थी, लेकिन रात 8 बजे तक सूची प्राप्त नहीं हुई और परीक्षा नहीं हो पाई। दूसरे दिन भी परेशान रहे।
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