सूचना और प्रसारण मंत्रालय: सूचना और प्रसारण सचिव अमित खरे के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आज काँन फिल्म समारोह में भाग लेने वाले देशों के फिल्म आयुक्तों से मुलाकात की। बैठक के दौरान फिल्म सुविधा केन्द्र के माध्यम से भारत ने फिल्मांकन के लिए अनुमति प्राप्त करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए उठाए गए कदमों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारत एक आकर्षक फिल्मांकन गंतव्य के रूप में स्थापित हो गया है। भारत फिल्म निर्माताओं के लिए एकल खिड़की मंजूरी की सुविधा प्रदान करता है। फिल्म पाइरेसी से निपटने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी चर्चा की गई।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने देश में उपलब्ध कुशल पेशेवरों और तकनीशियनों के विपुल प्रतिभा पूल के उपयोग के अवसर पर प्रकाश डालते हुए भारत के एक प्रमुख उत्पादन केन्द्र के रूप में उभरने की संभावना जताई। चर्चा में भागीदार देशों के साथ सह-उत्पादन अवसरों का पता लगाने और फिल्मों के लिए अंतर्राष्ट्रीय उत्पादन घरानों के साथ सहयोग के अवसरों के बारे में भी विचार-विमर्श हुआ। उन्होंने बताया कि विदेशी फिल्म निर्माताओं को भारत में शूटिंग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली छूट और प्रोत्साहन के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल काँन में भाग लेने वाले देशों के फिल्म आयुक्तों के साथ सह-उत्पादन के अवसरों का पता लगाएगा
विचार-विमर्श के दौरान अमित खरे ने द्विपक्षीय सह-उत्पादन अनुबंधों के तहत विभिन्न देशों को एक साथ मिलकर काम करने की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। इससे विश्व स्तर की अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों की शूटिंग के लिए भारत को एक केन्द्र बनाकर नए बाजार और व्यापक दर्शकों को जुटाने में मदद मिलेगी। उन्होंने विषय सामग्री आदान-प्रदान के रूप में रचनात्मक सहयोग के अवसर जुटाने और विषय सामग्री के सह-सृजन के माध्यम से सांस्कृतिक आदान-प्रदान के बारे में भी जानकारी दी।
बैठक में मुख्यतः सिने टिरोल फिल्म कमीशन, ऑस्ट्रिया, सुएंजेलिका पगिट्ज, फिल्म कमीशनर; कोस्टा रिका फिल्म कमीशन, कोस्टा रिका, कास्त्रो, कोस्टा रिका फिल्म कमीशनर; फिल्म कमीशन नॉर्वे, नॉर्वे, ट्रुल्सकॉन्टनी, फिल्म कमीशन नॉर्वे के प्रमुख; फिल्म डवलेपमेंट काउंसिल ऑफ द फिलीपिंस, फिलिपींस, सुमैरी लिजा डिनो, अध्यक्ष / सीईओ; इटालियन फिल्म कमीशन्स, इटली, सुस्टेफेनियालपॉलिटी, अध्यक्ष आईएफसी; स्थान आस्ट्रिया – द नेशनल फिल्म कमीशन, आस्ट्रिया, एरीबोरर, फिल्म कमीशनर; नीदरलैंड्ज फिल्म फंड / नीदरलैंड फिल्म कमीशन, नीदरलैंड्स, सुडोरीन बूनकैंप, सीईओ; स्वीडिश फिल्म कमीशन्स, स्वीडन, मिस्टर मार्केटिंग, मिकाल स्वेन्सन, सर्टिफाइड फिल्म कमीशनर; स्वीडिश फिल्म कमीशन्स, स्वीडन, सुमिया उड्डग्रेन, फिल्म कमीशनर; ताइपे कल्चर फाउंडेशन – ताइपे फिल्म कमीशन, ताइवान, सुजेनिफर जेएओ, निदेशक; टेलीफिल्म कनाडा, कनाडा, सुमैरिल पोपेलिन, निदेशक, इंटरनेशनल प्रमोशन शामिल हुए।
भारत काँन में एक आकर्षक वैश्विक फिल्मांकन गंतव्य के रूप में स्थापित
भारतीय शिष्टमंडल ने फिल्म फ्रांस के अध्यक्ष मार्क टेसियर से भी मुलाकात की। शिष्टमंडल ने भारत और फ्रांस के बीच एनीमेशन, गेमिंग और विजुअल इफेक्ट्स को शामिल करने के लिए पहले से ही मौजूद सह-निर्माण संधि में संशोधन के बारे में चर्चा की। दोनों देशों के बीच गहरे सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत बनाने के लिए कार्यशाला आयोजित करने के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया।
शिष्टमंडल के सदस्यों ने इसके बाद फिल्म विभाग और परिषद, संस्कृति और खेल मंत्रालय, इज़राइल की निदेशक सुईटी कोहेन से मुलाकात की। बैठक के दौरान, इज़राइल ने येरूशलम फिल्म महोत्सव, 2020 के दौरान भारत को फोकस राष्ट्र बनाए जाने की पेशकश की। इज़राइल में हिंदी फिल्म न्यूटन द्वारा बटोरी गई चर्चा का भी इजरायली प्रतिनिधिमंडल ने उल्लेख किया। इज़राइल ने भारत में क्षेत्रीय और छोटे बजट की फिल्मों पर ध्यान देने के साथ-साथ अवधारणा पर आधारित फिल्में बनाने की भी पेशकश की।
फिल्मांकन के लिए गो-टू डेस्टिनेशन के रूप में भारत के अनुरोध को बढ़ाने के लिए, भारत को मार्श डू फिल्म, कान फिल्म बाजार, जो दुनिया में सबसे बड़े फिल्म उद्योग में भारतीय सिनेमा का समारोह आयोजित करता है की पॉकेट गाइड पर प्रमुख रूप से चित्रित किया गया है।