
घरेलू शेयर बाजार में गुरुवार सुबह भारी गिरावट देखी गई। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 800 अंक से अधिक गिर गया, जबकि निफ्टी 24,600 अंक के नीचे आ गया। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 764.88 अंक टूटकर 80,839.90 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 222.20 अंक की गिरावट के साथ 24,574.70 पर पहुंच गया।
15 मिनट में 2.52 लाख करोड़ का नुकसान
इस तेज गिरावट से महज 15 मिनट में निवेशकों को 2.52 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इससे शेयर बाजार में हड़कंप की स्थिति बन गई।
इन शेयरों में आई गिरावट
सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, नेस्ले, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, टीसीएस और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। हालांकि अदाणी पोर्ट्स और इंडसइंड बैंक के शेयरों में थोड़ी तेजी देखी गई।
बुधवार को दिखी थी तेजी
गौरतलब है कि बुधवार को सेंसेक्स 410.19 अंक की बढ़त के साथ 81,596.63 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 129.55 अंक बढ़कर 24,813.45 पर बंद हुआ था।
अमेरिकी बाजारों से मिले गिरावट के संकेत
बाजार में आई इस गिरावट के पीछे अमेरिका के बाजारों में गिरावट को बड़ी वजह माना जा रहा है। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में तेज़ी, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैक्स कट बिल को लेकर अनिश्चितता और मूडीज़ द्वारा अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग में की गई कटौती के चलते वैश्विक निवेशकों में चिंता बढ़ी है। इसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा है, खासतौर पर बैंकिंग और आईटी सेक्टर के शेयरों पर।
सेंसेक्स छू सकता है 1 लाख का आंकड़ा
हालांकि ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि यह गिरावट दीर्घकालिक निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका हो सकती है। फर्म ने जून 2026 तक सेंसेक्स के लिए बेस केस टारगेट को बढ़ाकर 89,000 कर दिया है, जो मौजूदा स्तर से लगभग 8% ऊपर है। वहीं, उनके अनुसार जून 2026 की शुरुआत में सेंसेक्स 1 लाख अंक को भी पार कर सकता है।