
छत्तीसगढ़ में आज से नए शैक्षणिक सत्र की औपचारिक शुरुआत हो गई है। स्कूलों में एक बार फिर बच्चों की चहल-पहल, घंटियों की गूंज और नई शुरुआत का उत्साह देखने को मिला। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सभी विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए एक प्रेरणादायक संदेश जारी किया।
“नई किताबों की खुशबू और नए सपनों के साथ नई शुरुआत” – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा,
“आज से स्कूल की घंटी फिर से गूंजने लगी है। नई किताबों की खुशबू, नई कक्षा का उत्साह और नए सपनों के साथ फिर से एक नई शुरुआत हो रही है।”
उन्होंने विद्यार्थियों से पूरे मनोयोग से पढ़ाई करने, जिज्ञासा के साथ प्रश्न पूछने और ज्ञान की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया।
शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता: सरकार का संकल्प
साय ने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि
“अब कोई भी विद्यालय शिक्षक विहीन नहीं रहेगा।” सरकार शिक्षा का बेहतर वातावरण तैयार करने के लिए सभी आवश्यक प्रयास कर रही है।
नई शिक्षा नीति के अनुरूप बदलाव
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप ज़रूरी सुधार किए जा रहे हैं ताकि विद्यार्थियों का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।
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“मन लगाकर पढ़ो, बाकी की चिंता मुझ पर छोड़ दो” – साय
अपने संदेश के अंत में मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा,
“आप केवल मन लगाकर पढ़िए, बाकी की चिंता मुझ पर छोड़ दीजिए। खूब पढ़ो, आगे बढ़ो और छत्तीसगढ़ के गौरव बनो।”