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शिक्षा की रोशनी से कम होगा नक्सलवाद का दुष्प्रभाव: राष्ट्रपति

झांसी स्टेशन पर मिली नदारद हुई छात्रा, कार्यक्रम का हुआ था विरोध

बिलासपुर। शिक्षा की रोशनी से नक्सलवाद का दुष्प्रभाव कम होगा। सोमवार को ये बातें गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (Gurughas Das University)  के 8 वें दीक्षांत समारोह (Convocation) में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ( President Ram Nath Kovind) ने कही। शिक्षा को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद( President Ram Nath Kovind)  काफी गंभीर दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (Gurughas Das University)  एक केंद्रीय संस्था है। केंद्रीय संस्थाओं का स्तर राज्य की संस्थाओं से अच्छा होना चाहिए। ऐसे में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से सभी विश्वविद्यालयों से अपील की कि वे अपनी अपनी शिक्षा के स्तर को सुधारें।

9 संकायों के टॉपर्स को दिए स्वर्ण पदक

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 9 संकाय के टॉपर छात्रों को स्वर्ण पदक (Gold Medal)  दिया। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी तादाद में छात्र छात्राएं मौजूद थीं। इसके अलावा पूरा छत्तीसगढ का प्रशासन भी वहीं नजर आया।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यों को सराहा:

राष्ट्रपति ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल युवाओं को शिक्षा और रोजगार देने का जो प्रयास कर रहे हैं, वह सराहनीय है। पिछली बार मैं जब छत्तीसगढ़ आया था तो नक्सल हिंसा से पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी। मुझे विश्वास है कि नक्सलवाद की विचारधार से भ्रमित कुछ लोगों द्वारा की जाने वाली हिंसा से पीड़ित परिवारों को शिक्षा की रोशनी में आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है, उससे हिंसा और आतंक का दुष्प्रभाव को कम होगा।

विश्वविद्यालय तय करें अपना लक्ष्य

कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कहा कि हमें इस अवसर पर यह भी सोचना चाहिए कि हमारे भविष्य के लक्ष्य क्या होंगे। हमें यह लक्ष्य तय करना होगा कि आगामी 10 सालों में गुरु घासीदास विश्वविद्यालय एक सर्वोत्तम विश्वविद्यालय बने। गुरु घासी दास विश्वविद्यालय एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी है। मान्यता है केंद्रीय विश्वविद्यालय का परफॉर्मेंस स्टेट यूनिवर्सिटी से बेहतर होता है। मैं सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी से कहूंगा कि अपनी परफॉर्मेंस स्टेट यूनिवर्सिटी से बेहतर करें। हमारा लक्ष्य ऊंचा होगा तो हमारे प्रयास उस दिशा में प्रबल हो जाते हैं। यूनिवर्सिटी की टॉपर बीएससी ऑनर्स गणित की छात्रा क्वीनी यादव को लेकर राष्ट्रपति ने कहा कि अपनी कामयाबी से क्वीनी अब क्वीन यादव के नाम से जानी जाएगी।

हर वर्ग के छात्रों ने किया बेहतर प्रयास

कार्यक्रम में पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मैं बधाई देता हूं जो स्वर्ण पदक और उपाधि हासिल करने वाले छात्र हैं उन्हें। जिन्हें आज राष्ट्रपति महोदय के हाथों सम्मान मिला ऐसे 9 मेडल प्राप्त करने वालों में 6 लड़कियां है 3 लड़के हैं। इनमें अनुसुचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्ग के भी छात्र हैं। यह बताता है कि सही अवसर मिले तो हर वर्ग के युवा में कुछ अच्छा करने का साहस होता है। मेरा मनना है कुछ न कुछ बेहतर करने का अवसर सभी के लिए मौजूद है। जब आप ठान लेते हैं तो कोई ताकत आपको रोक नहीं सकती। मेरा मानना है शिक्षा ऐसी हो जो छात्रों को सफल नागरिक बनाए। यही विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण उद्देश्यों में से एक है।

कार्यक्रम के पहले हुआ विरोध

शुनिवार को सेंट्रल यूनिवर्सिटी के 8वें दीक्षांत समारोह से पहले गोल्ड मेडल और उपाधि लेने छात्रों ने 5 घंटे प्रदर्शन किया। कई तो रिहर्सल बीच में छोड़कर चले गए। विवाद इस बात के चलते हुआ कि राष्ट्रपति के महज 9 संकाय टॉपरों को गोल्ड मेडल देंगे। जबकि 74 गोल्ड मेडलिस्ट तो 75 पीएचडी उपाधि धारक हैं। सभी छात्र राष्ट्रपति से ही गोल्ड मेडल और पीएचडी उपाधि लेने अड़े रहे। विरोध प्रदर्शन के बाद कुलपति ने राष्ट्रपति के जाने के बाद कुलाधिपति (Chancellor) के हाथों बचे छात्रों को मेडल-उपाधि दिलवाने का आश्वासन दिया।

झांसी रेलवे स्टेशन पर मिली नदारद छात्रा

रविवार को टॉपरों में से एक छात्रा रामेश्वरी के अपहरण की खबरें भी आईं। हालांकि देर रात वह पुलिस को झांसी रेलवे स्टेशन में मिली। छात्रा से इस संदर्भ में पूछताछ की जा रही है।

 

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