RAIPUR. छत्तीसगढ़ में सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी सहायक शिक्षक पद पर नियुक्ति नहीं देने से आक्रोशित डीएड अभ्यर्थियों ने बुधवार को तूता धरना स्थल में जल सत्याग्रह कर सरकार का ध्यान खींचा. साथ ही चेतावनी दी कि कोर्ट के निर्देश का पालन नहीं होगा तो इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे।
धरना स्थल में अभ्यार्थी ओमप्रकाश ने बताया की डीएड/डिप्लोमा अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेशानुसार जल्द सहायक शिक्षक पद पर नियुक्ति देने की मांग को लेकर 2 अक्टूबर से तूता धरनास्थल पर हजारों संख्या में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं, लेकिन अब तक शासन-प्रशासन की ओर से बातचीत की कोई पहल नहीं हुई हैं।
जल सत्याग्रह में बैठे अभ्यार्थी अविनाश साहू ने बताया डीएड की नियुक्ति का आदेश हाई कोर्ट ने 7 माह पहले दिया था, साथ ही सुप्रीम कोर्ट का आदेश आए 1 माह से अधिक हो गया है. सरकार और विभाग ने अभी तक आदेश का पालन नहीं किया है, और अब तक डीएड अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दी गई है.
अभ्यर्थियों ने सवाल उठाया कि हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया है तो सरकार उसके आदेश का पालन क्यों नहीं कर रही है. क्या कोर्ट से बढ़कर सरकार है?. कोर्ट के आदेश का पालन नहीं कराने से अराजकता फैलेगी, सिस्टम और सरकार से लोगों का भरोसा उठ जाएगा?
जल सत्याग्रह करने वाले अभ्यार्थियों ने चेतावनी देते हुए कहा की अगर इस सांकेतिक प्रदर्शन के बाद भी सरकार और विभाग उन्हें नियुक्ति नहीं देती है तो वह पूर्ण रूप से अपने जीवन त्यागने को विवश होकर इच्छामृत्यु की मांग करेंगे।