भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ विधानसभा (Assembly) पहुंच चुके हैं। विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। तो वहीं आज से मध्य प्रदेश सरकार का बजट सत्र शुरू होगा। इसकी शुरुआत राज्यपाल लालजी टंडन के अभिभाषण से होगी। उधर आज की विधानसभा की कार्यसूची में फ्लोर टेस्ट (floor test) का जिक्र तक नहीं है। ऐसे में आज ही फ्लोर टेस्ट होगा इसमें संदेह दिखाई दे रहा है।
राज्यपाल ने पत्र लिखकर सीएम को दी थी अल्पमत की जानकारी
22 विधायकों के इस्तीफे के बाद पैदा हुए सियासी संकट का संज्ञान लेते हुए राज्यपाल ने शनिवार आधी रात को मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें पूरी तरह भरोसा हो गया है कि सरकार अल्पमत में है, उसे सदन में विश्वास मत हासिल करना होगा। इस निर्देश के बाद रविवार को भोपाल से दिल्ली तक चले सियासी दांव–पेच से फ्लोर टेस्ट उलझता दिख रहा है। कोरोना वायरस का खतरा जताकर फ्लोर टेस्ट टाले जाने की आशंका बढ़ गई है।
विधानसभा अध्यक्ष ने पहना मॉस्क
कोरोना वॉयरस के संक्रमण के डर से विधानसभा अध्यक्ष ने मॉस्क (mosque,) पहन रखा है। विधानासभा में जगह जगह सेनेटाइजर (sanitizer) रखे गए हैं। इसके अलावा सदन का सेनेटाइजेशन भी कराया गया है।
फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार पर बंधक विधायक लाओ
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि हम फ्लोर टेस्ट का सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन फ्लोर पूरा नहीं हुआ है। कांग्रेस के 16 विधायकों को गायब कर दिया गया है, जिसके बारे में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गृह मंत्री अमित शाह को सूचना दी है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार यह कहते आ रहे हैं कि वे फ्लोर टेस्ट को तैयार हैं, लेकिन जब तक बेंगलुर में बंधक उनके विधायकों को स्वतंत्र नहीं किया जाता, तब तक फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता। इस बात को सोमवार को भी उन्होंने दोहराया है।
फ्लोर टेस्ट का फैसला सदन का : प्रजापति
राज्यपाल द्वारा दिए गए फ्लोर टेस्ट के निर्देशों पर विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति चुप्पी साधे हैं। प्रजापति ने मीडिया से कहा कि फ्लोर टेस्ट का फैसला सदन ही करेगा। सदन क्या फैसला लेगा, यह काल्पनिक सवाल है। जब उनसे पूछा गया कि राज्यपाल के निर्देश पर फ्लोर टेस्ट होगा या नहीं, जवाब में स्पीकर ने इसे भी काल्पनिक सवाल बताकर टाल दिया।
ऐसे में आज देखने वाली बात ये होगी कि क्या मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार का शक्ति परीक्षण होता भी है या नहीं।